छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति दुर्घटना मामले में अब महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन के नेता मैदान में आ गए है। इस घटना के बाद बुधवार को महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने राजकोट किले का दौरा किया। उधर, मुंबई में एमवीए के शीर्ष नेताओं ने इस मुद्दे पर बड़ी बैठक की।
यह भी पढ़ें
ठाकरे बनाम राणे… शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने के बाद राजकोट किले पर बवाल, जानें पूरा मामला
इसके बाद एनसीपी (शरद पवार) प्रमुख शरद पवार ने उद्धव ठाकरे और कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले के साथ पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, “राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी से इनकार नहीं कर सकती क्योंकि जब भी कोई मूर्ति बनाई जाती है, तो राज्य के अधिकारियों से अनुमति लेना आवश्यक होता है।” गौरतलब है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 दिसंबर 2023 में इस प्रतिमा का अनावरण किया था।1 सितंबर को मुंबई में MVA का मार्च
छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति टूटने को लेकर एमवीए ने मुंबई में 1 सितंबर को मार्च निकालने की घोषणा की है। शरद पवार और नाना पटोले के साथ पत्रकारों से बात करते हुए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बताया है कि सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए एमवीए 1 सितंबर को दक्षिण मुंबई में हुतात्मा चौक से गेटवे ऑफ इंडिया तक मार्च निकालेगा। ठाकरे ने कहा कि तेज हवाओं के कारण प्रतिमा गिरने का सरकार का दावा बेशर्मी की पराकाष्ठा है। वहीँ, इस मामले पर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, “जब कोई प्रधानमंत्री किसी मूर्ति का उद्घाटन करता है तो उसे प्रमाणित किया जाना चाहिए। लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण जल्दबाजी में इसका उद्घाटन किया गया। उन्होंने अपराध किया है।”