मिली जानकारी के मुताबिक, शिवसेना ने याचिका में है कि पार्टी हाईकोर्ट का रुख करने के लिए विवश है क्योंकि बीएमसी (BMC) ने अब तक मध्य मुंबई के शिवाजी पार्क में रैली की अनुमति के लिए अगस्त में भेजे गए उसके आवेदनों पर निर्णय नहीं लिया है। बॉम्बे हाईकोर्ट इस मामले की सुनवाई 27 सितंबर को करेगा।
याचिका में शिवसेना ने बीएमसी को तत्काल शिवाजी पार्क में दशहरा रैली की अनुमति देने का निर्देश देने का अनुरोध किया है। शिवसेना ने दलील दी है कि पार्टी 1966 से शिवाजी पार्क में हर साल दशहरा रैली का आयोजन कर रही है और बीएमसी ने हमेशा इसकी अनुमति दी है।
इस साल जून में शिवसेना में एकनाथ शिंदे गुट के विद्रोह के बाद ठाकरे नीत महा विकास आघाड़ी सरकार गिर गई। महा विकास आघाड़ी (MVA) गठबंधन में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस शामिल थीं। बाद में शिंदे ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
ज्ञात हो कि शिवसेना के दो धड़ों- ठाकरे के नेतृत्व में और दूसरा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में, ने बीएमसी से शिवाजी पार्क में दशहरा रैली आयोजित करने की अनुमति मांगी है। शिवसेना की स्थापना के बाद से ही शिवसेना शिवाजी पार्क में दशहरा रैली कर रही है।