शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने शुक्रवार सुबह मीडिया से बातचीत की। इस दौरान राउत ने कहा, हमने 2019 के लोकसभा चुनाव में 23 सीटों पर चुनाव लड़ा। उनमें से 18 सीटें जीतीं। संभाजीनगर में हमारा उम्मीदवार महज कुछ वोटों से हार गया। महाविकास अघाडी ने जीती हुई सीटों पर चर्चा नहीं करने का फैसला किया है। महाराष्ट्र में कांग्रेस को कोई सीट नहीं मिली थी। लेकिन उन्हें भी वो सीटें मिलेंगी जहां कांग्रेस मजबूत है। दिल्ली में आलाकमान के साथ हमारी बातचीत चल रही है।
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कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद संजय निरुपम के हाल के बयान पर राउत ने तीखी प्रतिक्रिया दी। राज्यसभा सांसद राउत ने कहा, ”महाराष्ट्र में अगर कोई भी कुछ भी बयान देता है तो उसे बहुत गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है।” पत्रकारों ने जब संजय निरुपम के बारे में पूछा तो संजय राउत ने कहा, ”संजय निरुपम कौन हैं? क्या उनके पास कोई अधिकार है? कांग्रेस आलाकमान दिल्ली में है। इसलिए हम दिल्ली में चर्चा करेंगे।” संजय राउत के बयान पर अब संजय निरुपम ने प्रतिक्रिया दी है। निरुपम ने कहा, ”शिवसेना (ठाकरे गुट) अपने दम पर एक भी लोकसभा सीट नहीं जीत सकती। उन्हें मेरी चुनौती है। चुनाव में ठाकरे गुट को कांग्रेस की जरूरत है। उसी तरह कांग्रेस को भी उनकी जरूरत है। पिछले चुनाव में उन्होंने 18 सीटें जीती थीं। लेकिन, उनमें से एक दर्जन से ज्यादा सांसद उनका साथ छोड़कर चले गए हैं। अब उनके पास चार या पांच सांसद बचे हैं। वे रहेंगे या नहीं, इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। कांग्रेस नेता ने आगे कहा, लगता है संजय राउत की याददाश्त थोड़ी कमजोर हो गई है। संजय निरुपम कौन हैं, ये तो शिवसेना में वो खुद जानते हैं।
2019 में महाराष्ट्र में एमवीए का गठन हुआ था। एमवीए गठबंधन में कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार) और शिवसेना (उद्धव गुट) शामिल है। जबकि तीनों दल इंडिया गठबंधन का भी हिस्सा है।