मिली जानकारी के मुताबिक, चुनाव आयोग द्वारा शिवसेना के धनुष-बाण को जब्त करने के बाद उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के खेमे के नेता अपने-अपने नए चुनाव चिह्न के लिए मंथन कर रहे हैं। इस बीच, सूत्र बता रहें है कि उद्धव ठाकरे समूह ने चुनाव चिन्ह के लिए तीन विकल्प चुने हैं। खबरों के मुताबिक, ठाकरे गुट त्रिशूल, उगता सूरज और मशाल को आगामी अंधेरी पूर्व उपचुनाव में अपना निशान बनाना चाहता है। मुंबई के अंधेरी उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 14 अक्टूबर है।
इसे पहले ठाकरे गुट दावा किया था कि उसके (शिवसेना) विधानसभा में 14 विधायक, विधान परिषद में 12 विधायक, लोकसभा में सात सांसद, राज्यसभा में 3 सांसद, राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 160 सदस्य, 18 राज्य प्रभारी, 192 जिलाध्यक्षों और 600 उपजिला प्रमुख हैं।
वहीँ, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने चुनाव आयोग से इस मसले पर जल्द सुनवाई का अनुरोध किया था। हालांकि, ठाकरे गुट ने अनुरोध किया है कि जब तक सभी दस्तावेज जमा नहीं कर दिए जाते तब तक आयोग जल्दबाजी में सुनवाई नहीं करें। साथ ही दलील दी कि उपचुनाव में एकनाथ शिंदे खेमा अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगा, तो उन्हें चिन्ह की अभी कोई जरूरत नहीं है।
गौरतलब हो कि शिवसेना (Shiv Sena) के उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाले गुटों के बीच तनातनी के चलते निर्वाचन आयोग ने पार्टी के ‘धनुष और बाण’ के निशान को सील कर दिया। एक अंतरिम आदेश में कहा गया कि उपचुनावों के चलते विवाद पर अंतिम फैसला आने तक निशान को सील करने का अंतरिम आदेश दिया जा रहा है। यानी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुटों में से किसी को भी ‘शिवसेना’ पार्टी के नाम और ‘धनुष और बाण’ के निशान का उपयोग करने की अनुमति नहीं होगी।