मुंबई

Maharashtra Election: खाना छोड़ा…रो-रोकर बुरा हाल, टिकट कटने से दुखी शिवसेना विधायक लापता!

Shrinivas Vanga missing : इससे पहले 42 वर्षीय शिवसेना विधायक श्रीनिवास वंगा मीडिया कर्मियों से बात करते हुए रो पड़े थे।

मुंबईOct 29, 2024 / 09:59 pm

Dinesh Dubey

Maharashtra Assembly Election 2024 : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के विधायक श्रीनिवास वंगा (MLA Shrinivas Vanga) सोमवार से लापता बताये जा रहे है। परिवार का दावा है कि पालघर निर्वाचन क्षेत्र (Palghar Constituency) से टिकट नहीं मिलने से श्रीनिवास बहुत दुखी थे और खाना खाना भी छोड़ दिया था। वंगा का फोन बंद है। परिवार की शिकायत पर पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना द्वारा पूर्व सांसद राजेंद्र गावित (Rajendra Gavit) को पालघर से उम्मीदवार बनाए जाने के दो दिन बाद वहां के मौजूदा विधायक श्रीनिवास वंगा लापता हो गए है। पुलिस फिलहाल उनकी तलाश कर रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिवसेना विधायक से 20 घंटों से ज्यादा समय से संपर्क नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि विधायक की इस स्थिति के बारे में जब सीएम शिंदे को पता चला तो उन्होंने श्रीनिवास की पत्नी से संपर्क किया था।
इससे पहले ऐसी अटकलें थीं कि शिंदे सेना श्रीनिवास वंगा को पालघर सीट से मैदान में उतारेगी। हालांकि, बीजेपी के साथ समझौता होने के बाद शिंदे सेना ने राजेंद्र गावित को टिकट देने का फैसला किया, जो कुछ दिन पहले ही बीजेपी छोड़कर दोबारा पार्टी में शामिल हुए थे। 
42 वर्षीय विधायक श्रीनिवास वंगा सोमवार को मीडिया कर्मियों से बात करते हुए रो पड़े थे। इस दौरान उन्होंने माना कि उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ना उनकी बड़ी गलती थी। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर पार्टी के वफादार लोगों को नहीं बचाने का आरोप लगाया है।
श्रीनिवास ने सोमवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘मैंने शिंदे गुट में शामिल होकर बहुत बड़ी गलती की। उद्धव ठाकरे देव मानुस (भगवान जैसे इंसान) है।“ श्रीनिवास के परिवार ने दावा किया कि विधायक की मानसिक स्थिति चिंताजनक है. उन्होंने लापता होने से पहले बातचीत करना और खाना खाना बंद कर दिया और रो रहे हैं। अपनी जान को नुकसान पहुंचाने की भी धमकी दी थी।

कौन है श्रीनिवास वंगा?

श्रीनिवास वंगा बीजेपी के दिवंगत सांसद चिंतामन वनगा के बेटे है। श्रीनिवास 2019 के विधानसभा चुनाव में अविभाजित शिवसेना के उम्मीदवार के तौर पर पालघर (अनुसूचित जनजाति) सीट से जीतकर विधायक बने थे। शिवसेना के विभाजन के बाद वह शिंदे खेमे में शामिल हो गए थे। उन्हें उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें फिर से इस सीट से उम्मीदवार बनाएगी लेकिन पार्टी ने पूर्व सांसद राजेंद्र गावित को टिकट दिया। राजेंद्र ने जून 2022 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह के दौरान शिंदे का साथ दिया था।

Hindi News / Mumbai / Maharashtra Election: खाना छोड़ा…रो-रोकर बुरा हाल, टिकट कटने से दुखी शिवसेना विधायक लापता!

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.