सांसद संजय राउत ने कहा कि श्रद्धा की जिस तरह से हत्या हुई और जो हमें सबूत दिख रहे हैं उस आधार पर ऐसे लोगों को खुले बाज़ार में फांसी पर लटकाना चाहिए। इसे लव-जिहाद कहें या कुछ कहें लेकिन लड़कियां तो हमारी मर रही हैं। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता ने आगे कहा कि ऐसे मामलों में क़ानून कुछ नहीं करेगा, समाज को ही उतरना पड़ेगा।
वहीँ, श्रद्धा हत्याकांड पर एक और अहम खुलासा हुआ है. महाराष्ट्र के मानिकपुर (Manikpur) थाना के अधिकारी ने बताया कि पीड़िता के परिजनों ने मानिकपुर पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बाद में आफताब को 3 नवंबर सहित दो बार पूछताछ के लिए बुलाया गया, उसने कहा कि वह और श्रद्धा अब साथ नहीं रहते हैं। आफताब का परिवार अब लापता है।
गौरतलब हो कि श्रद्धा हत्याकांड का खुलासा तब हुआ जब श्रद्धा की सहेली ने उसके भाई को उसका (श्रद्धा) फोन काफी दिनों से बंद होने की सूचना दी, जिसके बाद श्रद्धा के पिता ने पुलिस में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इस वारदात का कातिल आफताब इतना शातिर निकला कि शव के टुकड़ों को कई दिनों तक घर में रखने के बावजूद किसी को भी वारदात के बारे में महीनों तक पता नहीं चला।
आरोप है कि हत्या के बाद आफताब सभी को गुमराह करने के लिए श्रद्धा के सोशल मीडिया अकाउंट को कई सप्ताह तक अपडेट करता रहा। उसने श्रद्धा के शव के टुकड़ों को ठिकाने लगाने के लिए कथित तौर पर 18 दिन तक रात के अंधेरे में महरौली के जंगलों में जाता था और बदबू को छिपाने के लिए फ्रिज भी खरीदकर लाया था।