मराठा आरक्षण आंदोलन का असर सूबे की राजनीतिक पर साफ दिख रहा है। मराठा आरक्षण के समर्थन में कुछ विधायकों और सांसदों ने इस्तीफा दे दिया है। अब तक महाराष्ट्र के 3 विधायकों और 2 सांसदों ने मराठा आरक्षण के प्रति अपना समर्थन जताते हुए और उनके आरक्षण की मांग करते हुए पद से इस्तीफा दे दिया है। इसमें शिंदे गुट के 2 सांसद, 1 विधायक, कांग्रेस का एक विधायक और बीजेपी का एक विधायक शामिल हैं।
अब तक किसने-किसने दिया इस्तीफा?
हिंगोली से शिवसेना सांसद हेमंत पाटील
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मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना के हिंगोली-उमरखेड लोकसभा क्षेत्र के सांसद हेमंत पाटील ने हाल ही में मराठा समुदाय को आरक्षण दिलाने के लिए पद से इस्तीफा दे दिया।अब तक किसने-किसने दिया इस्तीफा?
हिंगोली से शिवसेना सांसद हेमंत पाटील
नासिक से शिवसेना सांसद हेमंत गोडसे वैजापुर से शिवसेना विधायक रमेश बोरनारे परभणी से कांग्रेस विधायक सुरेश वरपूडकर गेवराई से बीजेपी विधायक लक्ष्मण पवार
सुहास कांदे इस्तीफा देने के लिए तैयार
उधर, विधायक सुहास कांदे ने कहा, मैं मराठा आरक्षण का समर्थन करता हूं। जरुरत पड़ी तो मैं इस्तीफा भी दे दूंगा। उन्होंने कहा, जब तक मनोज जरांगे की भूख हड़ताल खत्म नहीं हो जाती और मराठा आरक्षण पर कोई ठोस फैसला नहीं हो जाता, तब तक किसी भी गांव में नहीं जाऊंगा और किसी भी विकास कार्य का उद्घाटन नहीं करूंगा।
नरहरि जिरवाल भी देंगे इस्तीफा?
मराठा प्रदर्शनकारियों ने विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल के इस्तीफे की भी मांग की। जिस पर एनसीपी (अजित पवार गुट) के वरिष्ठ नेता और विधायक नरहरि जिरवाल ने कहा है कि वह मराठों को आरक्षण दिलाने के लिए इस्तीफा देने को तैयार हैं।
सुहास कांदे इस्तीफा देने के लिए तैयार
उधर, विधायक सुहास कांदे ने कहा, मैं मराठा आरक्षण का समर्थन करता हूं। जरुरत पड़ी तो मैं इस्तीफा भी दे दूंगा। उन्होंने कहा, जब तक मनोज जरांगे की भूख हड़ताल खत्म नहीं हो जाती और मराठा आरक्षण पर कोई ठोस फैसला नहीं हो जाता, तब तक किसी भी गांव में नहीं जाऊंगा और किसी भी विकास कार्य का उद्घाटन नहीं करूंगा।
नरहरि जिरवाल भी देंगे इस्तीफा?
मराठा प्रदर्शनकारियों ने विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल के इस्तीफे की भी मांग की। जिस पर एनसीपी (अजित पवार गुट) के वरिष्ठ नेता और विधायक नरहरि जिरवाल ने कहा है कि वह मराठों को आरक्षण दिलाने के लिए इस्तीफा देने को तैयार हैं।