मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना के 16 विधायकों को अयोग्य घोषित करने का अनुरोध करने वाली याचिका फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। इस वजह से शीर्ष कोर्ट के फैसले पर सबकी नजर टिकी है। हालांकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता व राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने इसके विपरीत बयान देकर सभी को चौंका दिया है। पवार ने दावा किया है कि महाराष्ट्र सरकार नहीं गिरेगी। अगर 16 विधायक अयोग्य भी हो जाते हैं तो भी एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने रहेंगे और सरकार नहीं जाएगी।
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नागपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान अजित पवार ने शिंदे-फडणवीस सरकार कैसे बचेगी, इसका सियासी गणित भी समझाया है। वर्तमान में बीजेपी के पास निर्दलीय के साथ कुल 115 विधायक हैं। इसमें बीजेपी के 106 विधायक हैं। जबकि 6 निर्दलीय भी उनका समर्थन कर रहे हैं। बीजेपी के पास कुल 115 विधायक हैं। जबकि एकनाथ शिंदे के पास 40 विधायक हैं। हालांकि उन्हें भी निर्दलीयों का समर्थन प्राप्त है। लेकिन देखा जाता है कि निर्दलीय अक्सर सरकार का साथ देते है। एकनाथ शिंदे के 40 विधायक और बीजेपी के 115 विधायकों को मिलाकर वर्तमान सरकार का संख्या बल 155 से अधिक है। इसके अलावा, बच्चू कडू, रवि राणा और अन्य जैसे तक़रीबन 10 निर्दलीय विधायक भी शिंदे-फडणवीस सरकार के साथ है। इससे कुल विधायकों को मिला दिया जाए तो यह संख्या 165 हो जाती है। इनमें से यदि 16 विधायक अयोग्य घोषित कर दिए गए तो भी गठबंधन के पास 149 विधायक रहेंगे। जबकि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए बहुमत का जादुई आंकड़ा 145 है।
अजित पवार ने कहा, मेरी जानकारी के अनुसार 16 विधायकों के अयोग्य घोषित होने के बाद भी मौजूदा सरकार के विधायकों की संख्या 149 बनी रहेगी। विधानसभा में विधायकों की संख्या 288 है। इन 288 में से 16 विधायकों के अयोग्य होने के बाद विधानसभा के सदस्यों की संख्या 272 हो जाएगी। 272 सदस्यों के बाद बहुमत का आंकड़ा भी कम हो जायेगा। यह सच है और हमें इस तथ्य को स्वीकार करना चाहिए।