मिली जानकारी के मुताबिक, कुछ दिन पहले साईंबाबा संस्थान को एक गुमनाम पत्र मिला था। पत्र में आरोप लगाया गया है कि दान कक्ष में कार्यरत संविदा कर्मचारी (Contract Employee) दानदाताओं को फर्जी रसीद दे रहा है। जब साईंबाबा संस्थान ने इस बारे में जांच की तो गड़बड़ी का पता चला और उक्त मामले के बारे में शिर्डी पुलिस से संपर्क किया गया।
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शिर्डी पुलिस निरीक्षक एस.पी शिरसाठ ने बताया कि साईंबाबा संस्थान में कॉन्ट्रैक्ट पर कार्यरत दशरथ चासकर द्वारा गबन का मामला सामने आने के बाद साईंबाबा संस्थान के प्रभारी लेखा अधिकारी कैलास खराडे ने शिकायत दर्ज करायी है। जिसके बाद शिरडी पुलिस स्टेशन में चासकर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। मामले की जांच चल रही है। वहीं, शिरडी पुलिस ने संभावना जताई है कि इस मामले में आरोपी के अलावा और भी लोग शामिल हो सकते है। इसके साथ ही पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस तरह से कितने लोगों को दान की फर्जी रसीदें दी गई हैं। साईं भक्तों का कहना है कि वे बड़ी आस्था और विश्वास के साथ ट्रस्ट को दान देते है, इसलिए दान में हेरफेर करने वाले धोखेबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। फ़िलहाल पुलिस ने आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार नहीं किया है और मामले की छानबीन जारी है।