सिद्धि कदम पूर्व विधायक रमेश कदम की बेटी हैं। शरद पवार ने अन्नाभाऊ साठे आर्थिक विकास निगम में पैसों की हेराफेरी के आरोपी रमेश कदम की बेटी सिद्धि को टिकट देकर न केवल मोहोल बल्कि पूरे सोलापुर जिले को चौंका दिया है।
रमेश कदम फिलहाल 312 करोड़ के वित्तीय हेराफेरी के इस मामले में जमानत पर बाहर हैं। 26 वर्षीय सिद्धि कदम टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की छात्रा रही हैं। वह एक सामाजिक संस्था से जुड़ी हैं।
2019 विधानसभा चुनाव के दौरान रमेश कदम जब जेल गए थे, तो सिद्धि कदम ने अपने पिता के लिए मोहोल में जोरदार प्रचार किया था। तब रमेश कदम को जेल में होने और निर्दलीय उम्मीदवार होने के बावजूद लगभग 25 हजार वोट मिले। 2019 में हार का सामना करने वाले कदम 2014 में एनसीपी के टिकट पर मोहोल से विधायक चुने गए थे।
बताया जा रहा है कि संजय क्षीरसागर, राजू खरे, लक्ष्मण ढोबले जैसे कई नेता मोहोल निर्वाचन क्षेत्र से टिकट चाहते थे, लेकिन शरद पवार की पार्टी ने सिद्धि कदम को मौका दिया। इसलिए, मोहोल निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी में बगावत की भी संभावना जताई जा रही है।
सोलापुर जिले के मोहोल विधानसभा क्षेत्र में एनसीपी अजित पवार के यशवंत माने विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व विधायक राजन पाटिल यशवंत माने का समर्थन कर रहे हैं। इसलिए यहां सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति के यशवंत माने बनाम विपक्षी महाविकास आघाडी गठबंधन की सिद्धि कदम के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा।