एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने कहा, “मैं उन्हें (शरद पवार) जन्मदिन की शुभकामनाएं देने गया था. कोई राजनीतिक चर्चा नहीं की.” एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा, “हर साल हम उन्हें (शरद पवार) उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हैं और उनका आशीर्वाद लेते हैं। वे स्वस्थ रहें और महाराष्ट्र को उनका नेतृत्व मिलता रहे…” वहीँ, छगन भुजबल ने कहा, “हम आज उन्हें (शरद पवार) जन्मदिन की बधाई देने आए थे और अच्छी बातचीत हुई।”
गुरुवार को पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता शरद पवार को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। मैं उनके लंबे और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना करता हूं।”
भतीजे अजित पवार ने भी एक्स पर उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। उन्होंने कहा, “शरद पवार को जन्मदिन की शुभकामनाएं। हम आपके अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र की कामना करते हैं।”
1956 से सक्रिय राजनीति में है शरद पवार
बता दें कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के संस्थापक शरद पवार का आज 84वां जन्मदिन है। पुणे जिले के बारामती में शरद पवार का जन्म 12 दिसंबर 1940 को हुआ था। उनका पूरा नाम गोविंदराव पवार है। कैंसर की लंबी बीमारी के बावजूद भी उन्होंने राजनीति से दूरी बनाना जरूरी नहीं समझा। वो भारतीय राजनीति में सबसे अनुभवी नेता के रूप में जाने जाते हैं। इनके पिता का नाम गोविंदराव पवार और माता का नाम शारदाबाई पवार था। उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा महाराष्ट्र एजुकेशन सोसाइटी के एक स्कूल से पूरी की थी। इसके बाद पुणे विश्वविद्यालय के तहत बृहन महाराष्ट्र कॉलेज ऑफ कॉमर्स से पढ़ाई पूरी की थी।
शरद पवार ने 1956 से सक्रिय रूप से राजनीति में हिस्सा लेना शुरू कर दिया। उन्होंने गोवा मुक्ति आंदोलन में भी हिस्सा लिया। कॉलेज में उन्होंने छात्रसंघ का चुनाव भी लड़ा। इस तरह से वो युवा कांग्रेस के सदस्य बन गए। 1967 में बारामती का प्रतिनिधित्व करते हुए शरद पवार महाराष्ट्र विधानसभा में पहुंचे। इसके बाद साल 1972 और 1978 के चुनाव में भी उनको विजय मिली। यशवंत राव चव्हाण के संरक्षण में अपना राजनीतिक करियर शुरू करने वाले पवार लगातार नए-नए कीर्तिमान गढ़ते रहे। उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।