पूर्व मुख्यमंत्री व शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी संजय राउत ने एक न्यूज़ चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस को अपने से काफी जूनियर एकनाथ शिंदे के अधीन काम करने के लिए मजबूर किया गया है। इसलिए उनकी मानसिक स्थिती ख़राब हो गई।
फडणवीस पर किया पलटवार
बीजेपी नेता फडणवीस को लेकर संजय राउत ने यह टिप्पणी तब की, जब उनसे एनडीटीवी के कार्यक्रम में फडणवीस को लेकर एक सवाल पूछा गया। जिसमें फडणवीस ने राउत पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘राजनीति में भी कुश्ती चल रही है। उन्होंने कहा कि राजनीति में कुछ लोग आज सुबह 9 बजे भी उठ रहे हैं और कुश्ती लड़ने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, डोपिंग (नशा) करने वाले पहलवानों को अंततः खेल से बाहर होना पड़ता है। दरअसल संजय राउत ने भविष्यवाणी की थी कि 15 दिनों में महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार गिर जाएगी। डेथ वारंट भी जारी हो चुका है। जिस पर सोमवार को फडणवीस ने कटाक्ष किया था।
‘डिप्टी CM की मानसिक स्थिति ठीक नहीं’
मंगलवार को देवेंद्र फडणवीस पर पलटवार करते हुए संजय राउत ने कहा, “वे मुख्यमंत्री रहे है और उन्हें अब अपने से बहुत जूनियर के अधीन काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उनकी मानसिक स्थिति निश्चित रूप से ठीक नहीं है। ….यह बात नशे की नहीं है, मुद्दा यह है कि हम सच बोल रहे हैं, राज्य के लोगों के लिए लड़ रहे हैं और लोग हमारा समर्थन कर रहे हैं, इसलिए ऐसे नेता डिप्रेशन में चले गए हैं। डिप्रेशन का यह उच्च स्तर बहुत बुरा है।”
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फडणवीस पर किया पलटवार
बीजेपी नेता फडणवीस को लेकर संजय राउत ने यह टिप्पणी तब की, जब उनसे एनडीटीवी के कार्यक्रम में फडणवीस को लेकर एक सवाल पूछा गया। जिसमें फडणवीस ने राउत पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘राजनीति में भी कुश्ती चल रही है। उन्होंने कहा कि राजनीति में कुछ लोग आज सुबह 9 बजे भी उठ रहे हैं और कुश्ती लड़ने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, डोपिंग (नशा) करने वाले पहलवानों को अंततः खेल से बाहर होना पड़ता है। दरअसल संजय राउत ने भविष्यवाणी की थी कि 15 दिनों में महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार गिर जाएगी। डेथ वारंट भी जारी हो चुका है। जिस पर सोमवार को फडणवीस ने कटाक्ष किया था।
‘डिप्टी CM की मानसिक स्थिति ठीक नहीं’
मंगलवार को देवेंद्र फडणवीस पर पलटवार करते हुए संजय राउत ने कहा, “वे मुख्यमंत्री रहे है और उन्हें अब अपने से बहुत जूनियर के अधीन काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उनकी मानसिक स्थिति निश्चित रूप से ठीक नहीं है। ….यह बात नशे की नहीं है, मुद्दा यह है कि हम सच बोल रहे हैं, राज्य के लोगों के लिए लड़ रहे हैं और लोग हमारा समर्थन कर रहे हैं, इसलिए ऐसे नेता डिप्रेशन में चले गए हैं। डिप्रेशन का यह उच्च स्तर बहुत बुरा है।”
‘पवार गुलामी नहीं करेंगे’
राउत ने एनसीपी (NCP) के शीर्ष नेता अजित पवार के बीजेपी में जाने की अटकलों को भी खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, अजित पवार ने मीडिया को स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक वह जीवित हैं, वह एनसीपी में रहेंगे। उन्होंने कहा, “उनके बारे में अफवाहें फैलाई जा रही हैं। यह उनके परिवार की पार्टी है, वह गुलाम के रूप में कहां सेवा करने जाएंगे।”
‘बीजेपी को शिंदे पर भरोसा नहीं’
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार के गिरने की अपनी भविष्यवाणी पर संजय राउत ने कहा कि बीजेपी को विश्वास नहीं है कि शिंदे उनके लिए लंबे समय तक काम करेंगे। क्योकि शिवसेना के बागी नेता को शीर्ष पद सौंपे जाने के बाद से बीजेपी को काफी नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार गिरने के तनाव के कारण मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खुद भी डिप्रेशन में हैं। राउत ने कहा कि यदि सर्वोच्च न्यायालय संविधान के अनुसार बागी विधायकों की अयोग्यता के मामले में फैसला सुनाता है तो सीएम शिंदे समेत सभी 16 बागी विधायक अयोग्य घोषित किए जाएंगे।