कांग्रेस में गुटबाजी और असमर्थ नेतृत्व का आरोप लगाकर एक के बाद एक नेता ‘हाथ’ का साथ छोड़ रहे है। मुंबई में कांग्रेस के चर्चित चेहरे संजय निरुपम ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया है। हालाँकि, इस बीच कांग्रेस ने भी उन्हें अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। पूर्व सांसद निरुपम का कहना है कि कांग्रेस दिशाहीन हो गई है। मेरे इस्तीफा देने के बाद मुझे पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित किया गया।
3 महीने में 3 बड़े झटके!
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव का आगाज 19 अप्रैल को विदर्भ से होगा। जिसके चलते चुनाव प्रचार चरम पर है। लेकिन पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस को लगातार नेताओं के पार्टी छोड़ने के झटके मिल रहे हैं। कभी कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोच चव्हाण अब बीजेपी में है। वहीँ, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो गए। इसके बाद बाबा सिद्दीकी अजित पवार की एनसीपी में चले गए। देवड़ा और सिद्दीकी मुंबई में कांग्रेस के बड़े नेता थे और दशकों से पार्टी से जुड़े थे। अब संजय निरुपम के भी पार्टी छोड़ने से मुंबई में कांग्रेस की कमर लगभग टूट गई है।
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कांग्रेस से निष्कासित किये जाने के बाद संजय निरुपम ने कहा, “मैंने कल एक घोषणा की और लगभग 10:40 बजे मल्लिकार्जुन खरगे जी को अपना इस्तीफा भेज दिया… लेकिन उन्होंने मेरे निष्कासन का आदेश जारी कर अपना एक पन्ना खराब किया.. कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से बिखरी हुई पार्टी है और पार्टी के नेता भी कह चुके है कि पार्टी की विचारधारा दिशाहीन है…”3 महीने में 3 बड़े झटके!
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव का आगाज 19 अप्रैल को विदर्भ से होगा। जिसके चलते चुनाव प्रचार चरम पर है। लेकिन पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस को लगातार नेताओं के पार्टी छोड़ने के झटके मिल रहे हैं। कभी कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोच चव्हाण अब बीजेपी में है। वहीँ, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो गए। इसके बाद बाबा सिद्दीकी अजित पवार की एनसीपी में चले गए। देवड़ा और सिद्दीकी मुंबई में कांग्रेस के बड़े नेता थे और दशकों से पार्टी से जुड़े थे। अब संजय निरुपम के भी पार्टी छोड़ने से मुंबई में कांग्रेस की कमर लगभग टूट गई है।
बता दें कि महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीट पर पांच चरणों में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई और 20 मई को मतदान होगा। जबकि मतों की गिनती 4 जून को होगी। मुंबई, ठाणे, कल्याण, पालघर समेत 13 निर्वाचन क्षेत्रों में 20 मई को वोटिंग होगी।