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Samruddhi Mahamarg: जंगली जानवर से बचने के चक्कर में 3 बार पलटी कार, 1 की मौत, 3 गंभीर

Samruddhi Mahamarg Accident: हादसे का शिकार परिवार गौरी-गणपति के लिए पुणे से अमरावती की ओर जा रहा था, तभी अचानक एक जंगली जानवर सड़क पर आ गया।

मुंबईSep 20, 2023 / 04:31 pm

Dinesh Dubey

समृद्धि महामार्ग पर भयानक हादसा, कार के सामने आया जंगली जानवर, 3 बार पलटी कार

Maharashtra Accident: महाराष्ट्र के विकास को गति देने के लिए समृद्धि महामार्ग (Samruddhi Mahamarg) का निर्माण किया गया। लेकिन यह बहुप्रतीक्षित हाईवे शुरू होने के बाद से ही भीषण दुर्घटनाओं के लिए चर्चा का विषय बन गया है। समृद्धि महामार्ग पर आये दिन सड़क हादसों में मौतें हो रही है। प्रशासन द्वारा कई उपाय करने के बावजूद दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है।
समृद्धि महामार्ग पर गणपति उत्सव के मौके पर पुणे से अमरावती जा रही एक कार जंगली जानवर की चपेट में आ गयी। इस हादसे में एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं। दुर्घटना के बाद बचावकर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे और पीड़ितों को वाहन से निकाला। यह दुर्घटना मंगलवार शाम वाशिम जिले में वनोजा करंजा के बीच हुई। समृद्धि महामार्ग जहाँ से गुजरता है, उसका कुछ हिस्सा जंगली जानवरों से भरा हुआ।
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कैसे हुआ हादसा?

बताया जा रहा है कि हादसे का शिकार दुरतकर परिवार गौरी-गणपति के लिए पुणे से अमरावती की ओर यात्रा कर रहा था, तभी अचानक एक जंगली जानवर सड़क पर आ गया। जिसे बचाने के दौरान कार अनियंत्रित होकर तीन बार पलटी। मृतक महिला का नाम सुनंदा अनुज दुरतकर बताया जा रहा है।

8 महीने में 700 से अधिक हादसे

रिपोर्ट के मुताबिक, समृद्धि महामार्ग पर महज आठ महीने की अवधि में 729 छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें से 47 दुर्घटनाएं जानलेवा रही हैं। इन 47 हादसों में 101 लोगों की मौत हो गई है। जबकि अन्य 99 हादसों में 262 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। राज्य पुलिस की महामार्ग सुरक्षा बल समृद्धि पर हुई दुर्घटनाओं का विशेष अध्ययन कर रही है।
समृद्धि महामार्ग पर रात के समय दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण चालक को नींद आना और तेज रफ्तार से वाहन चलाना है। अधिकारियों का मानना है कि समृद्धि महामार्ग पर कई हादसों की वजह ‘रोड हिप्नोटिज्म’ है। इसे ‘व्हाइट लाइन फीवर’ भी कहा जाता है। इसमें वाहन चलाते समय व्यक्ति एक ऐसी मानसिक स्थिति में पहुंच जाता है, जिसमें उसे आसपास की चीजों का आभास नहीं होता और वह बिना कुछ एहसास किए वाहन चलाता चला जाता है। दुर्भाग्यवश इस दौरान हादसा हो जाता है।

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