आईआईटी बॉम्बे क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग में 40वें स्थान पर रह कर भारत की टॉप यूनिवर्सिटी बन गई है। देश के लिए आईआईटी बॉम्बे टॉप पर है और एशिया की रैंकिंग में 40 वें स्थान पर अपनी जगह बनाई हैं। वहीं इस रैंकिग में आईआईटी दिल्ली 46वें स्थान पर है। इस बार रैंकिंग में आईआईटी दिल्ली को एक पायदान का नुकसान हुआ है पिछली बार की रैंकिंग में आईआईटी दिल्ली 45वें नंबर पर था।
बता दें इस वर्ल्ड रैंकिंग में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु को 52वां स्थान प्राप्त हुआ। इसकेबाद आईआईटी मद्रास इस रैंकिंग में 53वें स्थान पर है। देश के अलग-अलग आईआईटी इंस्टिट्यूट ने क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग में शानदार प्रदर्शन किया है। इसी क्रम में आईआईटी खड़गपुर को 61वां स्थान मिला है और आईआईटी कानपुर को 66वां स्थान प्राप्त हुआ है। आईआईटी रुड़की इस लिस्ट में 114वें स्थान पर है।
वहीं, जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी यानी जेएनयू को एशिया की रैंकिंग में टॉप 200 में से 119वां स्थान प्राप्त हुआ है, जबकि आईआईटी गुवाहाटी 124वें और वीआईटी वेल्लोर 173वें स्थान पर है। दूसरी तरफ, जामिया मिलिया इस्लामिया को एशिया के टॉप 200 विश्वविद्यालयों में जामिया 188वें स्थान पर है।
रोजगार देने के मामले में भी IIT बॉम्बे टॉप पर: बता दें कि इससे पहले अक्टूबर महीने के आखिर में जारी की गई क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में भी आईआईटी बॉम्बे भारत का टॉप, हाई एजुकेशन इंस्टिट्यूट चुना गया है। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग ने रोजगार देने, सामाजिक सरोकार के विषयों और पर्यावरण पर शानदार काम करने के लिए के लिए आईआईटी बॉम्बे को देश का नंबर वन हाई एजुकेशन इंस्टिट्यूट चुना था। इस रैंकिंग में आईआईटी बॉम्बे की रैंक 281- 300 के बीच आई है। इसके अलावा रोजगार देने वाले वर्ल्ड के टॉप 100 संस्थानों में भी आईआईटी बॉम्बे शामिल हुआ है।
दूसरे नंबर पर रहा आईआईटी दिल्ली: क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में भारत में दूसरे नंबर पर आईआईटी दिल्ली है। आईआईटी दिल्ली की ग्लोबल रैंक 321 से 340 के बीच है। आईआईटी दिल्ली, रोजगार और पर्यावरण के लिए भारतीय संस्थानों में दूसरे नंबर पर आया है। इसके अलावा JNU को लैंगिक समानता और समाज की अन्य असमानताओं को दूर करने की वजह से इंटरनेशनल रैंकिंग में स्थान प्राप्त हुआ है। दिल्ली यूनिवर्सिटी की बात की जाए तो दिल्ली यूनिवर्सिटी भारतीय विश्वविद्यालयों की प्रतिस्पर्धा में चौथे स्थान पर था।