क्या है मामला?
पुणे के कल्याणीनगर में रविवार तड़के लग्जरी कार ‘पोर्शे’ (Porsche) से हुए हादसे में इंजिनियर अनीस अहुदिया (24) और इंजिनियर अश्विनी कोस्टा (24) की मौत हो गई। घटना के वक्त दोनों पीड़ित बाइक पर थे और वह दोस्तों के साथ पार्टी करने के बाद घर लौट रहे थे। जब यह हादसा हुआ तो पोर्शे विशाल अग्रवाल का नाबालिग बेटा चला रहा था। उसे पुलिस ने घटनास्थल से गिरफ्तार किया। लेकिन नाबालिग होने की वजह से कुछ ही घंटों के भीतर उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने निबंध लिखने और यातायात नियम पढ़ने जैसी शर्तों पर जमानत दे दी। इस मामले का मुख्य आरोपी पुणे के जाने-माने बिल्डर विशाल अग्रवाल का बेटा है। दो लोगों को कुचलकर मारने वाले को महज 15 घंटे में छोड़े जाने के कारण यह मामला सुर्खियों में आ गया। हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे है। आरोप है कि विशाल के राजनीतिक नेताओं से संबंध होने के कारण उनके बेटे के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई।
दादा का अंडरवर्ल्ड से रिश्ता?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नाबालिग आरोपी के दादा सुरेंद्र कुमार अग्रवाल (Surendrakumar Agrawal) का संपत्ति को लेकर अपने भाई से विवाद हो गया था। तब उन्होंने कथित तौर पर अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को सुपारी दी थी। उस वक्त छोटा राजन के गुंडों ने फायरिंग भी की थी. इस मामले को लेकर एफआईआर भी दर्ज की गई है। यह मामला फिलहाल अदालत में विचाराधीन है। इस मामले में शिवसेना (एकनाथ शिंदे) के पुणे जिला संयुक्त संपर्क प्रमुख अजय भोसले ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। भोसले ने दावा किया कि सुरेंद्र अग्रवाल ने पुराने विवाद में उनकी हत्या के लिए छोटा राजन को सुपारी दी थी। इसके लिए अग्रवाल छोटा राजन से मिलने बैंकॉक गए थे।
शिंदे गुट ने नेता अजय भोसले ने अग्रवाल परिवार पर हमला बोलते हुए कहा, पूरा अग्रवाल परिवार अपराधी है। परिवार के सभी लोगों पर दो-दो केस दर्ज हैं। एक्सीडेंट केस के बाद उन्होंने पैसे के बल पर सब कुछ खरीदने का सोचा था… मेरे मामले में तमाम सबूतों के बावजूद अभी तक सुरेंद्र कुमार अग्रवाल को गिरफ्तार नहीं किया गया। उनका राजनीतिक प्रभाव है, वे लोग कानून-व्यवस्था से नहीं डरते। पैसे देकर मामले को रफा-दफा करते हैं।
11 नवंबर 2009 को तत्कालीन नगरसेवक अजय भोसले की कार पर कोरेगांव पार्क में चुनाव प्रचार के दौरान छोटा राजन के शूटर ने गोलियां चलाई थीं। लेकिन सौभाग्य से वह बच गए। लेकिन उनका ड्राइवर शकील सैय्यद घायल हो गया।
अजय भोसले ने कहा, 2009 में मैं शिवसेना के टिकट पर विधायक का चुनाव लड़ रहा था। उस समय मेरा सुरेंद्र कुमार अग्रवाल के भाई राम अग्रवाल के साथ दोस्ती थी। उस वक्त दोनों भाईयों के बीच 1200 करोड़ की संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। तब मुझे छोटा राजन गैंग से धमकियां मिलती थीं। सुरेंद्र अग्रवाल को लगता था कि मेरे वजह से उनका राम अग्रवाल से विवाद नहीं सुलझ रहा है। इसलिए उन्होंने मुझे मारने की सुपारी छोटा राजन को दी थी। मुझ पर गोली चलाने वाला एक साल बाद जब पकड़ा गया तो उसने कबूल किया कि सुरेंद्र कुमार अग्रवाल ने मुझे मारने के लिए छोटा राजन को सुपारी दी थी। लेकिन सुरेंद्र अग्रवाल को गिरफ्तार नहीं किया गया।