49 वर्षीय व्यवसायी ने पुणे के बंड गार्डन पुलिस स्टेशन में 29 वर्षीय आरोपी कश्मीरा पवार और उसके साथी गणेश गायकवाड़ (32) के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। दोनों आरोपी सतारा के निवासी है।
खुद को PMO ऑफिस का सलाहकार बताया
कश्मीरा और उसके साथी गणेश गायकवाड़ को सतारा पुलिस ने एक पुराने मामले में बुधवार को गिरफ्तार किया। सतारा की एक अदालत ने दोनों को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है। कश्मीरा के खिलाफ 2023 में सतारा में भी धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस के अनुसार, कश्मीरा ने गोरख मरल को अपने मजबूत कांटेक्ट से बढ़िया मुनाफे वाला बड़ा सरकारी टेंडर दिलाने का झांसा दिया और पैसे ऐंठे। उसने व्यवसायी का भरोसा जीतने के लिए व्हाट्सएप पर फर्जी टेंडर के दस्तावेज भी भेजे।
शिकायत के मुताबिक, दिसंबर 2019 से मार्च 2022 के बीच कश्मीरा ने कथित तौर पर टेंडर दिलाने के बहाने गोरख मरल से 50 लाख रुपये लिए। इसमें से कुछ रकम नकद और बाकि ऑनलाइन लिए। हालाँकि, व्यवसायी को वादे के मुताबिक कभी कोई सरकारी टेंडर नहीं मिला।
जब गोरख मरल को धोखाधड़ी का एहसास हुआ तो उन्होंने पुणे सिटी पुलिस से संपर्क किया और औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 419, 420 और 34 के तहत केस दर्ज किया है। फिलहाल मामले की जांच बंड गार्डन पुलिस कर रही हैं।
इस वजह से फंस गए व्यवसायी!
मरल ने कहा, “कुछ साल पहले कश्मीरा को पीएमओ में राष्ट्रीय सलाहकार नियुक्त किए जाने की खबरें आई थीं। इसलिए हमने उस पर भरोसा किया, बाद में पता चला कि वह लोगों को धोखा दे रही थी। जब मैंने अपना पैसा वापस पाने का प्रयास किया, तो मुझे जबरन वसूली के झूठे मामले में फंसा दिया गया।“ मरल ने कहा कि गायकवाड़ ने कश्मीरा की पत्नी होने का दावा किया था और एक हाई-प्रोफाइल व्यक्ति होने का दिखावा किया।