प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने सोमवार को वैभव उर्फ पिंट्या माने और उसके साथियों को पकड़ा और उनके पास से साढ़े तीन करोड़ की ‘म्याऊं म्याऊं’ ड्रग यानी एमडी ड्रग्स जब्त की। वहीं से पुलिस की कार्रवाई शुरू हुई। पुलिस ने अपने सभी सूत्र एक्टिव किए। पुणे जिले में चार जगहों पर और फिर दिल्ली में कई जगहों पर छापेमारी की गई। छापेमारी की कार्रवाई अभी भी जारी है।
ड्रग्स फैक्ट्री का पर्दाफाश
तस्कर पिंट्या माने से मिली जानकारी के आधार पर पुणे पुलिस ने विश्रांतवाड़ी के भैरवनगर स्थित एक गोदाम से 55 किलो ड्रग्स बरामद की। इसके बाद दौंड के कुरकुंब एमआईडीसी में अर्थकेम फैक्ट्री पर छापा मारा गया। जहां ड्रग्स बनाने का काला कारोबार चल रहा था। यहां पुलिस ने 600 किलो से ज्यादा ड्रग्स जब्त किया।
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ड्रग्स फैक्ट्री का पर्दाफाश
तस्कर पिंट्या माने से मिली जानकारी के आधार पर पुणे पुलिस ने विश्रांतवाड़ी के भैरवनगर स्थित एक गोदाम से 55 किलो ड्रग्स बरामद की। इसके बाद दौंड के कुरकुंब एमआईडीसी में अर्थकेम फैक्ट्री पर छापा मारा गया। जहां ड्रग्स बनाने का काला कारोबार चल रहा था। यहां पुलिस ने 600 किलो से ज्यादा ड्रग्स जब्त किया।
इसके अलावा जांच में इस रैकेट में अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करों की संलिप्तता का भी पता चला है। मेफेड्रोन ड्रग को तस्कर आम बोलचाल में ‘म्याऊं-म्याऊं’ कहते है।
नमक के पैकेट में छुपाया ड्रग्स
पिंट्या माने और हैदर शेख पिछले साल पुणे की येरवडा सेंट्रल जेल से रिहा हुए थे। इसके बाद से दोनों ड्रग्स बेचने का काम करने लगे। आरोप है कि दोनों युवाओं और छात्रों को निशाना बनाते थे और पुणे में बड़ी मात्रा में ड्रग्स बेचते थे। पुणे में देशभर से लाखों छात्र पढ़ने के लिए आते है, जबकि हजारों की संख्या में बाहर से आये युवा यहां नौकरी करते है।
नमक के पैकेट में छुपाया ड्रग्स
पिंट्या माने और हैदर शेख पिछले साल पुणे की येरवडा सेंट्रल जेल से रिहा हुए थे। इसके बाद से दोनों ड्रग्स बेचने का काम करने लगे। आरोप है कि दोनों युवाओं और छात्रों को निशाना बनाते थे और पुणे में बड़ी मात्रा में ड्रग्स बेचते थे। पुणे में देशभर से लाखों छात्र पढ़ने के लिए आते है, जबकि हजारों की संख्या में बाहर से आये युवा यहां नौकरी करते है।
हैदर ने पुलिस से बचने के लिए ड्रग्स को नमक के पैकेट में छिपाया था। ड्रग्स की बड़ी खेप इसी तरह पुणे के विश्रांतवाडी इलाके में गोदाम में रखी गई थी।
इंटरनेशनल रैकेट शामिल!
19 फरवरी को पुणे पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की ड्रग्स जब्त की थी। पुणे पुलिस क्राइम ब्रांच की ओर से चलाए गए इस ऑपरेशन में 52 किलो से ज्यादा मेफेड्रोन ड्रग (एमडी) मिला है। बताया जा रहा है कि पुणे में पकड़ी गई एमडी ड्रग्स को मुंबई भेजा जाना था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक किलो एमडी की कीमत 2 करोड़ रुपये है।
इंटरनेशनल रैकेट शामिल!
19 फरवरी को पुणे पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की ड्रग्स जब्त की थी। पुणे पुलिस क्राइम ब्रांच की ओर से चलाए गए इस ऑपरेशन में 52 किलो से ज्यादा मेफेड्रोन ड्रग (एमडी) मिला है। बताया जा रहा है कि पुणे में पकड़ी गई एमडी ड्रग्स को मुंबई भेजा जाना था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक किलो एमडी की कीमत 2 करोड़ रुपये है।
इस मामले में इंटरनेशनल कनेक्शन सामने आया है। छानबीन में पता चला है कि ये ड्रग्स मुंबई में ड्रग पेडलर्स पॉल और ब्राउन को बेची जानी थी। पॉल और ब्राउन दोनों विदेशी नागरिक बताये जा रहे हैं। दो दिन पहले पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। इन तीनों आरोपियों के नाम वैभव माने, अजय करोसिया और हैदर शेख हैं। माने और हैदर के खिलाफ ड्रग तस्करी के मामले में केस दर्ज किया गया है। आरोपियों से पूछताछ के बाद अन्य जगहों पर छापेमारी की गई।
कहां पकड़ी गई कितनी ड्रग्स?
18 फरवरी: सोमवार को पेठ में छापेमारी में 2 किलो एमडी ड्रग जब्त।
कहां पकड़ी गई कितनी ड्रग्स?
18 फरवरी: सोमवार को पेठ में छापेमारी में 2 किलो एमडी ड्रग जब्त।
19 फरवरी: विश्रांतवाडी में गोदाम से 100 करोड़ से ज्यादा कीमत की 55 किलो एमडी बरामद। 20 फरवरी: कुरकुंभ एमआईडीसी की एक फैक्ट्री में 1100 करोड़ रुपये का ड्रग्स पकड़ा गया। 20 फरवरी: पुणे पुलिस ने दिल्ली के हौज खास इलाके में बड़ी कार्रवाई की और 800 करोड़ रुपये कीमत के 400 किलो एमडी ड्रग्स जब्त किए।
21 फरवरी: पुणे पुलिस के फिर बड़े ऑपरेशन में राजधानी दिल्ली में 1200 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 600 किलो एमडी बरामद की।