राष्ट्रपति ने कुछ महीने पहले जिले के शिरडी साईं बाबा मंदिर का दौरा किया था। उस समय वह शनि शिंगणापुर नहीं जा सकी थीं। इसलिए अब वे फिर से जिले के दौरे पर आ रहीं हैं। बताया जा रहा है कि शनि शिंगणापुर के दौरे के अलावा राष्ट्रपति का कोई और कार्यक्रम नहीं है।
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राष्ट्रपति मुर्मू दोपहर करीब सवा बारह बजे हेलीकॉप्टर से शनि शिंगणापुर पहुंचेंगी। इसके बाद वें सभा भवन में जाकर पवित्र चबूतरे से शनिदेव को तेल अभिषेक करेंगी। मंदिर के न्यासी मंडल द्वारा उनका अभिनंदन किया जाएगा और फिर राष्ट्रपति महाप्रसाद ग्रहण करेंगी। शनि शिंगणापुर मंदिर के पवित्र चबूतरे पर पहले महिलाओं को जाने की अनुमति नहीं थी। लेकिन मंदिर की कई सदियों से चली आ रही ये परंपरा 2016 में टूट गई। साल 2015 में कुछ महिला संगठनों ने इसे लेकर आवाज उठाई थी. भूमाता ब्रिगेड की तृप्ति देसाई ने इस प्रथा का खूब विरोध किया। हालांकि देसाई व महिला संगठनों का शनि शिंगणापुर के स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया। लेकिन कोर्ट के आदेश पर मंदिर प्रशासन ने महिलाओं को चबूतरे पर जाने की अनुमति दे दी। इसके कुछ समय बाद सुरक्षा कारणों का हवाला देकर सभी को पवित्र चबूतरे पर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
हालांकि, जब चबूतरा सबके लिए खुला था तब भी देखा गया कि कई महिलाएं ऊपर नहीं गईं और नीचे से ही भगवान शनिदेव के दर्शन किए। अब देश के सर्वोच्च पद पर आसीन द्रौपदी मुर्मू शनि शिंगणापुर आ रही हैं। वे चबूतरे पर जाकर शनि भगवान को तेल से अभिषेक भी करने वालीं हैं।