प्रधानमंत्री मोदी ने महिला सशक्तिकरण की ओर एक और कदम बढ़ाते हुए ‘पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर महिला स्टार्टअप योजना’ (Punyashlok Ahilyadevi Holkar Women Startup Scheme) का भी शुभारंभ किया है। इस पीएम मोदी ने महाराष्ट्र सरकार की ‘आचार्य चाणक्य कौशल विकास केंद्र’ योजना की भी शुरुआत की। इसमें 15 से 45 वर्ष की उम्र के युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए राज्य भर के प्रसिद्ध कॉलेजों में कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे। इसके तहत पूरे राज्य में हर साल लगभग 1,50,000 युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण मुफ्त मिलेगा।
महाराष्ट्र की महिला स्टार्टअप योजना क्या है?
इस योजना के तहत महाराष्ट्र में महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप को शुरुआती चरण में आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके तहत पात्र महिलाओं को 25 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होलकर महिला स्टार्टअप योजना के तहत कुल प्रावधानों का 25 प्रतिशत पिछड़े वर्गों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की महिलाओं के लिए आरक्षित किया जाएगा। इससे महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप को आत्मनिर्भर होकर आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
किसे और कैसे मिलेगा फायदा?
इस योजना के तहत लाभ पाने के लिए स्टार्टअप को केंद्र सरकार के उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग द्वारा अनुमोदित और महाराष्ट्र में पंजीकृत होना चाहिए। उस स्टार्टअप में कम से कम 51 प्रतिशत महिला संस्थापक या सह-संस्थापक की हिस्सेदारी होनी चाहिए। महिला के नेतृत्व में वह स्टार्टअप कम से कम एक साल तक चालू रहना चाहिए। इस दौरान सालाना टर्नओवर 10 लाख रुपये से 10 करोड़ रुपये होनी चाहिए। महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप को राज्य सरकार की किसी भी योजना से वित्तीय लाभ नहीं मिला होना चाहिए। इस योजना के लिए आधिकारिक वेबसाइट
www.msins.in पर ऑनलाइन आवेदन नि:शुल्क किया जा सकता है।