मुंबई। दहेज प्रताड़ना और अश्लीलता के आरोपों में घिरी राधे मां पर मुसीबत का डबल अटैक हुआ है। तमाम विवादों के बाद अब राधे मां पर बिल्कुल ही नया आरोप लगा है। इस बार राधे मां पर विवाद उनकी दो ऎसी प्रिय चीजों पर है, जो हमेशा ही वे अपने साथ ही रखती हैं। इस बार राधे मां की मुसीबत बनी है, उनकी महंगी सवारी यानी 91 लाख की जगुआर कार और दूसरी राधे मां की वो निशानी, जो उनके हाथ में हमेशा रहती है यानी उनका त्रिशूल। राधे मां की सवारी यानी वो जगुआर कार, जिससे राधे मां को बेहद ही प्यार है। राधे मां बाहर आने जाने के लिए जिस सवारी का इस्तेमाल करती हैं, उसका रजिस्ट्रेशन फ र्जी पते पर कराया गया है और राधे मां की जगुआर उनकी नहीं, बल्कि उनके सचिव संजीव गुप्ता के नाम से रजिस्टर्ड है। विदित हो कि ठाणे पुलिस ने संजीव गुप्ता पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। राधे मां और उनके त्रिशूल पर भी आफत आ सकती है। राधे मां और सीआईएसएफ के अधिकारियों के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर हो चुकी है। बता दें कि यह याचिका धर्म रक्षा महामंच के अध्यक्ष पंडित रमेश जोशी ने दायर किया है। जोशी ने अपनी याचिका में फ्लाइट में सफर के दौरान राधे मां के त्रिशूल ले जाने पर सीआईएसएफ के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।