जानकारी के मुताबिक, चार सदस्यीय चोरों के गिरोह ने गुरुवार तड़के करीब 3.30 बजे हजरत निजामुद्दीन जाने वाली दक्षिण एक्सप्रेस में 25 वर्षीय खेतिहर मजदूर शुशांक रामसिंह राज (Shushank Ramsigh Raj) की बेरहमी से पिटाई की। कथित तौर राज ने चोरी का विरोध किया था, इसलिए उस पर आरोपी टूट पड़े। राज के दोस्त कपिल कुमार को भी बुरी तरह पीटा गया और उसे भी गंभीर चोटें आई।
क्या है पूरा मामला?
गुरुवार सुबह करीब 10.30 बजे जब दक्षिण एक्सप्रेस नागपुर रेलवे स्टेशन पहुंची तो कानूनी औपचारिकताएं पूरी की गईं। रेलवे पुलिस ने पंचनामा किया, बयान दर्ज किए गए और मेयो अस्पताल की टीम ने फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र किए। इसके अलावा रेलवे ने पीड़ित के परिजनों को 1.5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। राज और उसका दोस्त कपिल झाँसी जाने के लिए सिकंदराबाद में दक्षिण एक्सप्रेस के चालू डिब्बे में चढ़े थे। ट्रेन खचाखच भरी थी इसलिए दोनों शौचालय के पास ही बैठ गए। जब रात में दोनों गहरी नींद में थे तो चोरों ने कपिल की जेब से 1,700 रुपये नकद और मोबाइल फोन चुराने की कोशिश की। इससे वह जाग गया और शोर मचाना शुरू किया। तब ट्रेन तेलंगाना के मंचेरियल स्टेशन से छूट चुकी थी।
कपिल की प्रतिक्रिया से क्रोधित होकर चारों ने उसे पीटना शुरू कर दिया, तभी राज ने दोस्त को बचाने की कोशिश की। जिसके बाद चारों ने अपना गुस्सा राज पर निकाला और उसे भी पीटा। लगभग 30 मिनट तक चोरों ने पीड़ितों से मारपीट की। बाद में अन्य यात्रियों के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ।
चोरों की पिटाई से राज को आंतरिक चोटें लगी थीं, सुबह लगभग 6.30 बजे वह शौचालय में गया तो उसे खून की उल्टी हुई और वह बेहोश हो गया। मृतक यूपी के लखमीपुर का रहने वाला था।
चारों आरोपी गिरफ्तार
सुबह करीब 7.15 बजे जब ट्रेन वर्धा के हिंगनघाट को पार कर रही थी तो पेंट्री कार अटेंडेंट ने आरपीएफ को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद आरपीएफ के जवान जनरल कोच में पहुंचे। मारपीट करने वाले चारों संदिग्ध चोरों को हिरासत में ले लिया। उनकी पहचान सैय्यद समीर (18), मोहम्मद फैयाज हसीमुद्दीन (19), एम शाम कोटेश्वर राव और एक नाबालिग के रूप में हुई है। जांच में पता चला कि आरोपी सिकंदराबाद के पास ट्रेन में चढ़े थे।