मिली जानकारी के मुताबिक, इस हंगामे का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है। लेकिन, दावा किया जा रहा है कि दशहरा रैली में पहुंचे कुछ कार्यकर्ता पंकजा मुंडे के साथ सेल्फी लेने की जिद कर रहे थे। कुछ सेल्फी लेने के लिए मंच पर चढ़ गए और इसी बीच मैदान में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
ऐसे बिगड़े हालात
पंकजा मुंडे की दशहरा सभा आज सावरगांव में हुई। इस बैठक में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता बीड जिले और मराठवाड़ा से जुटे। पंकजा ने दमदार भाषण भी दिया। लेकिन भाषण से पहले ही वहां कुछ युवकों और पुलिस के बीच विवाद हो गया। तब पंकजा मुंडे ने भी बीच-बचाव कर पुलिस व कार्यकर्ताओं को शांत कराया। लेकिन पंकजा मुंडे का भाषण खत्म होते ही कार्यकर्ताओं ने सेल्फी लेने पर जोर दिया. तब कुछ कार्यकर्ता मंच पर पहुंचे। बाद में और समर्थक मंच की तरफ बढ़ें, जिस वजह से हालात नियंत्रण के बाहर हो गए। आयोजन स्थल पर अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गई।
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ऐसे बिगड़े हालात
पंकजा मुंडे की दशहरा सभा आज सावरगांव में हुई। इस बैठक में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता बीड जिले और मराठवाड़ा से जुटे। पंकजा ने दमदार भाषण भी दिया। लेकिन भाषण से पहले ही वहां कुछ युवकों और पुलिस के बीच विवाद हो गया। तब पंकजा मुंडे ने भी बीच-बचाव कर पुलिस व कार्यकर्ताओं को शांत कराया। लेकिन पंकजा मुंडे का भाषण खत्म होते ही कार्यकर्ताओं ने सेल्फी लेने पर जोर दिया. तब कुछ कार्यकर्ता मंच पर पहुंचे। बाद में और समर्थक मंच की तरफ बढ़ें, जिस वजह से हालात नियंत्रण के बाहर हो गए। आयोजन स्थल पर अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गई।
पुलिस ने किया लाठीचार्ज
रैली स्थल पर भगदड़ मचने के बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया। पुलिस द्वारा लाठीचार्ज के बाद स्थिति और खराब हो गई।