मुंबई, ठाणे, पुणे, संभाजीनगर, नागपुर समेत राज्य के अधिकांश सरकारी अस्पतालों में आज सर्जरी स्थगित कर दी गई है। मरीजों की सुध लेने वाला कोई नहीं है, दूर दराज क्षेत्रों से आये मरीज भयंकर परेशानी का सामना कर रहे है। जबकि नर्स, वार्ड ब्वाय समेत अन्य संस्थानों के सरकारी कर्मचारी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने में लगे हुए हैं।
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पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में राज्य सरकार के कर्मचारी, चतुर्थ श्रेणी डॉक्टर्स आज हड़ताल पर चले गए हैं। डॉक्टरों ने पुरानी पेंशन योजना लागू होने तक काम पर नहीं लौटने का फैसला किया है। मुंबई के सायन अस्पताल में सन्नाटा पसरा है, यहां नर्सों ने हड़ताल में भाग लिया है। मुंबई के कई अन्य सरकारी अस्पतालों में भी यही तस्वीर देखने को मिल रही है। नतीजतन मरीजों को खासी परेशानी हो रही है। पुणे के ससून अस्पताल की नर्सों ने भी हड़ताल में हिस्सा लिया है। ससून अस्पताल इलाके में नर्सों ने प्रदर्शन भी किया। गौरतलब हो कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को राज्य सरकार के कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग पर विचार करने के लिए वरिष्ठ नौकरशाहों की एक कमेटी गठित की। साथ ही शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सरकारी कर्मचारियों से हड़ताल पर नहीं जाने की अपील की। इसके बावजूद कर्मचारियों के संगठनों ने आज से हड़ताल पर जाने का फैसला किया।