उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (NCP) ने मुंबई के मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा क्षेत्र (Mankhurd Shivaji Nagar Constituency) से नवाब मलिक को मैदान में उतारा। महाराष्ट्र में एनसीपी सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति का हिस्सा है, जिसमें शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और बीजेपी भी शामिल हैं। नवाब मलिक को टिकट देने से बीजेपी और शिवसेना एनसीपी से नाखुश हैं।
बीजेपी द्वारा प्रचार करने से इनकार करने पर एनसीपी नेता और मानखुर्द शिवाजी नगर से उम्मीदवार नवाब मलिक ने कहा, “जिस सीट से एनसीपी ने मुझे मैदान में उतारा है वहां शिंदे की शिवसेना के उम्मीदवार सुरेश पाटिल हैं। बीजेपी उनका समर्थन कर रही है। मेरी बेटी के निर्वाचन क्षेत्र में भी यही स्थिति है, इसलिए अगर बीजेपी या शिवसेना शिंदे गुट मेरा विरोध कर रहा है तो यह हमारे लिए चिंता की बात नहीं है। ऐसा होने की उम्मीद थी।”
अजित दादा के बिना कोई सरकार नहीं बनेगी- नवाब मलिक
एनसीपी के वरिष्ठ नेता मलिक ने आगे कहा, “दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में हमारे पास प्रचंड बहुमत होगा…लोगों के आग्रह के बाद मैं वहां से चुनाव लड़ रहा हूं…लोगों ने मुझे चुनाव लड़ने के लिए आमंत्रित किया है। भले ही बीजेपी या शिवसेना मेरा विरोध कर रही हो, लेकिन लोगों का भरोसा और समर्थन मेरे साथ है। हम दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में जीतेंगे। जहां तक बीजेपी का सवाल है तो अजित पवार ने उनके साथ राजनीतिक समझौता किया है। न तो एनसीपी और न ही नवाब मलिक ने विचारधारा से समझौता किया है। हमारी विचारधारा स्पष्ट है, हम धर्मनिरपेक्षता और लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास करते हैं…जहां तक चुनाव का सवाल है, मुकाबला कड़ा होने वाला है। यह स्पष्ट है कि अजित पवार के बिना महाराष्ट्र में कोई भी सरकार बन नहीं सकती और वह अपने विचारधाराओं से समझौता नहीं कर करेंगे।”नवाब मलिक का नहीं करेंगे प्रचार- BJP
बीजेपी और शिवसेना ने नवाब मलिक के लिए प्रचार करने से साफ मना कर दिया है। मुंबई बीजेपी प्रमुख आशीष शेलार ने कहा कि इस मुद्दे पर बीजेपी का रुख बिल्कुल साफ है। हमारा मानना है कि महायुति में शामिल सभी सहयोगियों को अपने उम्मीदवार घोषित करने का अधिकार है, जिसे वे चाहें, लेकिन यहां सवाल एनसीपी के अधिकृत उम्मीदवार नवाब मलिक का है, जिन्हें टिकट दिया गया है। हमने बार-बार दाऊद इब्राहिम और उससे जुड़े लोगों के बारे में अपना रुख साफ किया है। यह बात देवेंद्र फडणवीस पहले ही कह चुके हैं और अब मैं भी यही कह रहा हूं। इसलिए, नवाब मलिक के लिए प्रचार करने का सवाल ही नहीं उठता। अब सवाल सना मलिक को समर्थन देने का है, क्योंकि वे भी महायुति की उम्मीदवार हैं। हमारा मानना है कि किसी के खिलाफ कुछ नहीं है, तो ऐसा ही होना चाहिए और महायुति का हर उम्मीदवार बीजेपी का उम्मीदवार है।पिता की जगह बेटी को टिकट
एनसीपी ने नवाब मलिक की बेटी सना मलिक को मुंबई के अणुशक्ति नगर से टिकट दिया है। नवाब मलिक अभी अणुशक्ति नगर से विधायक है। अजित पवार गुट ने दूसरी लिस्ट में नवाब मलिक की बेटी सना मलिक को उनके पिता की अणुशक्तिनगर सीट से प्रत्याशी घोषित किया। पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार अणुशक्तिनगर से विधायक नवाब मलिक का टिकट कटना तय है और उनकी जगह उनकी बेटी को मैदान में उतारा जा सकता है। नवाब मलिक पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। इसके लिए उन्हें कई महीने जेल में भी रहना पड़ा और वह अभी खराब सेहत के चलते जमानत पर जेल से बाहर है। सना मलिक का सामना अभिनेत्री स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद से है, फहद को शरद पवार की एनसीपी (एससीपी) ने टिकट दिया है।
बीजेपी ने अणुशक्तिनगर से विधायक नवाब मलिक का खुलकर विरोध किया था और उनके संबंध अंडरवर्ल्ड से होने के आरोप लगाये थे। हालांकि आज नामांकन के आखिरी दिन अजित पवार ने नवाब मलिक को टिकट देकर सबको चौंका दिया है। हालांकि मलिक अब अपनी सीट से नहीं बल्कि मानखुर्द शिवाजीनगर सीट से चुनाव लड़ेंगे।