एनसीपी प्रवक्ता अमोल मिटकरी ने बीजेपी नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस घटना पर स्पष्टीकरण मांगा है। मिटकरी ने कहा, राज्य विधानसभा चुनाव से पहले ‘जन सम्मान यात्रा’ करना एनसीपी का अपना अलग कार्यक्रम है। जिन लोगों ने काले झंडे दिखाए, उन्हें भी अलग से ऐसा कोई कार्यक्रम करना चाहिए। फडणवीस को इस घटना पर तुरंत स्पष्टीकरण देना चाहिए।
क्या है मामला?
एनसीपी प्रमुख अजित पवार अजित पवार की जुन्नर में जन सम्मान यात्रा के दौरान स्थानीय बीजेपी नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और उनके काफिले को काले झंडे दिखाए। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी भी की। बीजेपी की पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष इस प्रदर्शन की अगुवाई कर रही थीं।
सुबह जैसे ही यात्रा जुन्नर के नारायणगांव पहुंची, बीजेपी नेता आशा बुचके (Asha Buchke) और उनके समर्थकों ने काले झंडे दिखाए और नारे लगाए। इस दौरान पुलिस ने कई बीजेपी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
जुन्नर विधानसभा क्षेत्र की बीजेपी प्रमुख आशा बुचके ने खुद काली साड़ी पहनी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि अजित पवार गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रहे है और अपने सहयोगी दलों के नेताओं की अनदेखी कर रहे है।
बता दें कि एनसीपी, बीजेपी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना राज्य में सत्तारूढ़ ‘महायुति’ के घटक दल हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए एनसीपी के मुखिया अजित दादा ने हाल ही में जन सम्मान यात्रा शुरू की।