पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा, मुझमें विश्वास दिखाने के लिए मैं एनसीपी के सभी कार्यकर्ताओं और शरद पवार की आभारी हूं। मेरी प्राथमिकता पार्टी को मजबूत करना, मजबूत संगठन को खड़ा करना और देश के लोगों की सेवा करना है। इस दौरान सुले ने भाई अजित पवार के नाराज होने की खबरों का भी खंडन किया।
‘भाई-भतीजावाद हर पार्टी में है’
एनसीपी में भाई-भतीजावाद के आरोपों पर सुप्रिया सुले ने कहा, “हम भाई-भतीजावाद से दूर नहीं जा सकते है। मेरा जन्म एक राजनीतिक पार्टी वाले परिवार में हुआ है। मैं प्रतिभा पवार और शरद पवार की प्रतिभाशाली बेटी हूं, इसमें कुछ गलत नहीं है। किस पार्टी में भाई-भतीजावाद नहीं होता है? ऐसे पच्चास उदाहरण है. जब भाई-भतीजावाद की बात हो तो हम परफॉरमेंस की बात क्यों नहीं कर सकते है… मेरा संसदीय प्रदर्शन देखिए…जिसमें मेरा परफॉरमेंस सबसे बेहतर और ऊपर है।”
‘भाई को लेकर अफवाह उड़ाई जा रही है’
एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार को पार्टी में कोई पद नहीं दिए जाने पर एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा, अजित पवार मेरे भाई और मेरे नेता हैं। कौन कहता है कि वह खुश नहीं है, किसी ने उनसे पूछा है? नाराज होने की खबरें अफवाह हैं।
यह भी पढ़ें
अजित पवार बोले- सुप्रिया सुले के NCP का कार्यकारी अध्यक्ष बनने से खुश हूं, मुझे भी जिम्मेदारी मिली है
‘भाई-भतीजावाद हर पार्टी में है’
एनसीपी में भाई-भतीजावाद के आरोपों पर सुप्रिया सुले ने कहा, “हम भाई-भतीजावाद से दूर नहीं जा सकते है। मेरा जन्म एक राजनीतिक पार्टी वाले परिवार में हुआ है। मैं प्रतिभा पवार और शरद पवार की प्रतिभाशाली बेटी हूं, इसमें कुछ गलत नहीं है। किस पार्टी में भाई-भतीजावाद नहीं होता है? ऐसे पच्चास उदाहरण है. जब भाई-भतीजावाद की बात हो तो हम परफॉरमेंस की बात क्यों नहीं कर सकते है… मेरा संसदीय प्रदर्शन देखिए…जिसमें मेरा परफॉरमेंस सबसे बेहतर और ऊपर है।”
‘भाई को लेकर अफवाह उड़ाई जा रही है’
एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार को पार्टी में कोई पद नहीं दिए जाने पर एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा, अजित पवार मेरे भाई और मेरे नेता हैं। कौन कहता है कि वह खुश नहीं है, किसी ने उनसे पूछा है? नाराज होने की खबरें अफवाह हैं।
CM शिंदे ने दी प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री व शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने कहा, “जिस तरह उद्धव ठाकरे खुद मुख्यमंत्री बने और बेटे उद्धव ठाकरे को मंत्री बनाया वैसी हालत आज एनसीपी में भी है। शरद पवार साहब अध्यक्ष रहे और कर्याध्यक्ष घर की सदस्य (सुप्रिया सुले) को बनाया।”