ठाणे (Thane) के वर्तक नगर पुलिस (Vartak Nagar Police) ने शुक्रवार को पूछताछ के बाद एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड और उनके कई समर्थकों को गिरफ्तार किया था। इसी मामले में जितेंद्र आव्हाड समेत 11 लोगों को आज कोर्ट में पेश किया गया। इस गिरफ्तारी के बाद राज्य में फिर से सियासत गरमा गई है।
क्या है मामला
ठाणे के विवियाना मॉल में स्थित मल्टीप्लेक्स में सोमवार को आव्हाड ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर मराठी फिल्म “हर हर महादेव” (Har har Mahadev) की स्क्रीनिंग जबरन बंद करवाई। इस दौरान फिल्म देखने आये एक दर्शक से मारपीट की गई। इसी मामले में जितेंद्र आव्हाड और उनके समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। वर्तक नगर पुलिस ने आईपीसी की धारा 141,143,146,149,323,504 के तहत एफआईआर दर्ज की।
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क्या है मामला
ठाणे के विवियाना मॉल में स्थित मल्टीप्लेक्स में सोमवार को आव्हाड ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर मराठी फिल्म “हर हर महादेव” (Har har Mahadev) की स्क्रीनिंग जबरन बंद करवाई। इस दौरान फिल्म देखने आये एक दर्शक से मारपीट की गई। इसी मामले में जितेंद्र आव्हाड और उनके समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। वर्तक नगर पुलिस ने आईपीसी की धारा 141,143,146,149,323,504 के तहत एफआईआर दर्ज की।
आरोप है कि जितेंद्र आव्हाड के इशारे पर उनके समर्थकों ने मराठी फिल्म देखने आए लोगों के साथ अभद्रता व मारपीट की। इसका वीडियो भी इन्टरनेट पर वायरल हुआ है। वहीँ, एनसीपी नेता का कहना है कि फिल्म छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) के इतिहास को विकृत करती है।
हालांकि, जितेंद्र आव्हाड ने अपनी गिरफ्तारी को ‘सत्ता का दुरुपयोग’ करार दिया है। उन्होंने कहा, “फांसी दोगे तभी भी चलेगा, लेकिन जो मैंने नहीं किया है, उसके लिए गुनाह कबूल नहीं करूंगा।“ बता दें कि आव्हाड उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में सोलापुर (Solapur) के संरक्षक मंत्री थे। वह ठाणे शहर के मुंब्रा-कलवा निर्वाचन (Mumbra-Kalwa Constituency) क्षेत्र से विधानसभा के सदस्य हैं।