महाराष्ट्र विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल की आज महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें महाराष्ट्र कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) नेता बालासाहेब थोराट, पूर्व मुख्यमंत्रियों अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण, राज्य कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले और पार्टी के लगभग सभी विधायक शामिल हुए।
कांग्रेस को हाईकमान के निर्णय का इंतजार
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने दावा किया कि राज्य में आज जो मौजूदा स्थिति है उसके मुताबिक विपक्ष में कांग्रेस ही इस समय सबसे बड़ी पार्टी है। आज हुई विधायक दल की बैठक की रिपोर्ट हाईकमान को भेजी जाएगी। और हाईकमान जो भी निर्देश देगा उसका पालन किया जायेगा।
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कांग्रेस को हाईकमान के निर्णय का इंतजार
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने दावा किया कि राज्य में आज जो मौजूदा स्थिति है उसके मुताबिक विपक्ष में कांग्रेस ही इस समय सबसे बड़ी पार्टी है। आज हुई विधायक दल की बैठक की रिपोर्ट हाईकमान को भेजी जाएगी। और हाईकमान जो भी निर्देश देगा उसका पालन किया जायेगा।
नाना पटोले ने कहा, “हम सब मिलकर महाराष्ट्र का दौरा करेंगे। लोकशाही व्यवस्था को खत्म करने वाली बीजेपी को ज़मीन से उखाड़ फेंकने के लिए हम योजना बना रहे हैं। इसलिए हम दौरा करने वाले है। एनसीपी की कल बैठक है, बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष पर चर्चा होगी।“
नेता प्रतिपक्ष पर किया दावा
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में विभाजन के मद्देनजर कांग्रेस की नजर राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद पर है और बैठक में इस पर भी चर्चा हुई। कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा, “जिस दल के नंबर (सीट) ज्यादा होते हैं उनका नेता प्रतिपक्ष होता है अगर महाविकास आघाडी में कांग्रेस के नंबर ज्यादा हैं तो हमारा नेता प्रतिपक्ष होगा। हम तीनों (एनसीपी, उद्धव गुट और कांग्रेस) साथ हैं। हम साथ मिलकर बीजेपी से मुकाबला करेंगे।”
शुक्रवार को एनसीपी नेता अजित पवार के इस्तीफा देने के बाद नेता प्रतिपक्ष का पद खाली हो गया। इस बीच रविवार को वह 8 अन्य एनसीपी विधायकों के साथ शिवसेना-बीजेपी सरकार में शामिल हो गए। जिसके बाद शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने विधायक जितेंद्र आव्हाड को नेता प्रतिपक्ष नियुक्त कर दिया।
मातोश्री में हुई बैठक
वहीँ, महाराष्ट्र में वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा के लिए उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (UBT) ने भी आज अपने नेताओं की बैठक बुलाई। यह बैठक ‘मातोश्री’ में हुई। उद्धव ठाकरे की अगुवाई में हुई इस बैठक में एमवीए के भविष्य की रणनीतियों और सहयोगी दलों के साथ आगामी चुनाव में कैसे उतरे, इस पर मंथन किया गया। हालांकि उद्धव गुट ने स्पष्ट कहा है कि वह शरद पवार के साथ खड़े है।
मातोश्री में हुई बैठक
वहीँ, महाराष्ट्र में वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा के लिए उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (UBT) ने भी आज अपने नेताओं की बैठक बुलाई। यह बैठक ‘मातोश्री’ में हुई। उद्धव ठाकरे की अगुवाई में हुई इस बैठक में एमवीए के भविष्य की रणनीतियों और सहयोगी दलों के साथ आगामी चुनाव में कैसे उतरे, इस पर मंथन किया गया। हालांकि उद्धव गुट ने स्पष्ट कहा है कि वह शरद पवार के साथ खड़े है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मातोश्री में उद्धव ठाकरे गुट के नेताओं की बैठक के दौरान सभी नेताओं से उनकी राय ली गई। एमवीए में बने रहे या नहीं? इस पर सभी नेताओं और जन प्रतिनिधियों ने हाथ उठाकर एमवीए में बने रहने की राय व्यक्त की।
शरद पवार अकेले नहीं हैं- राउत
उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने कहा, “महाराष्ट्र सहित पूरे देश में जो उथल पुथल मची है। हमने इस मुद्दे पर आज बैठक में चर्चा की है। लोकसभा चुनाव और यूसीसी (UCC) पर चर्चा हुई है। कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना एमवीए में एकसाथ हैं। शरद पवार अकेले नहीं हैं हम सब उनके साथ हैं।“
शरद पवार अकेले नहीं हैं- राउत
उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने कहा, “महाराष्ट्र सहित पूरे देश में जो उथल पुथल मची है। हमने इस मुद्दे पर आज बैठक में चर्चा की है। लोकसभा चुनाव और यूसीसी (UCC) पर चर्चा हुई है। कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना एमवीए में एकसाथ हैं। शरद पवार अकेले नहीं हैं हम सब उनके साथ हैं।“
बता दें कि 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में एनसीपी के 53 विधायक हैं। जबकि कांग्रेस के पास 45 विधायक हैं। अजित पवार गुट का कहना है कि उनके साथ पार्टी के अधिकांश विधायक खड़े है। इस हिसाब से एमवीए में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।