Maharashtra News: रक्षाबंधन के अवसर पर इस शहर में 6000 रुपए प्रति किलो बिक रही मिठाई, जानें क्या है इसकी खासियत
इस दिन, महाराष्ट्रीयन ब्राह्मण (Maharashtrian Brahmin) फलाहार उपवास करते हैं। इस दौरान फल, सूखे मेवे और कुछ दुग्ध उत्पादों वाली चीजे खायी जाती है। हालांकि व्रत के दौरान सबसे ज्यादा नारियल से बनी चीजे ही खाने में पसंद की जाती हैं। इस दिन प्रकृति के प्रति अपना प्यार, सम्मान और कृतज्ञता दिखाने के लिए पेड़ भी लगाये जाते हैं।नारली पूर्णिमा शुभ मुहूर्त (Narali Purnima Shubh Muhurat):
इस साल नारली पूर्णिमा 12 अगस्त 2022 (शुक्रवार) को मनाई जा रही है। पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त को सुबह 10:38 बजे शुरू हो चुकी है और 12 अगस्त को सुबह 7:05 बजे समाप्त होगी।
मंत्र (Narali Purnima Mantra):
नारली पूर्णिमा पर्व में पूजा के समय यह मंत्र पढ़ा जाता है- ॐ वं वरुणाय नमः
नारली पूर्णिमा का महत्व (Narali Purnima Significance):
नारली पूर्णिमा मछली पकड़ने के सीजन की शुरुआत का दिन है। इसलिए मछुआरे (Fishermen) भगवान वरुण (Lord Varun) का पूजन करते है और प्रसाद चढ़ाते हैं। वे समुद्र से प्रचुर मात्रा में मछली पकड़ने का आशीर्वाद लेने के लिए भगवन से विशेष प्रार्थना करते हैं। पूजा की रस्में पूरी करने के बाद मछुआरे अपनी सजी हुई नाव लेकर समुद्र में जाते हैं। और शुभ शुरुआत करके कुछ समय में समुद्र से वापस किनारे पर लौट आते हैं और परिवार के साथ उत्सव मानाते हैं।