Maharashtra: डीन से टॉयलेट साफ करवाना पड़ा महंगा! शिवसेना सांसद पर SC-ST एक्ट के तहत FIR, भड़के डॉक्टरो ने दी आंदोलन की चेतावनी
इसी बीच, शंकरराव चव्हाण अस्पताल में भर्ती एक गर्भवती महिला और उसके नवजात बच्चे की मौत का मामला सामने आया है। परिवार की शिकायत पर पुलिस ने डीन व एक अन्य डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पीड़ित परिवार नांदेड के कंधार तालुक के कुरुला का रहने वाला है।डिलीवरी के बाद मां-बच्चे की मौत!
बताया जा रहा है कि 22 वर्षीय महिला अंजलि वाघमारे को डिलीवरी के लिए नांदेड के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शनिवार शाम को उसने बच्चे को जन्म दिया। महिला की नेचुरल डिलीवरी हुई और उसने एक लड़की को जन्म दिया। हालांकि, नवजात शिशु की शनिवार को ही मौत हो गयी। इसके बाद महिला की हालत भी बिगड़ गई और उसकी भी मौत हो गई।
45 हजार का मंगवाया दवा
इस घटना से पूरा परिवार सदमे में है। हालाँकि अब परिवार ने पुलिस का रुख किया है और इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया है। मृतक महिला के रिश्तेदार कामाजी टोम्पे ने नांदेड ग्रामीण पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल होने पर भी उन्हें 45 हजार रुपये से ज्यादा की दवाएं बाहर से खरीदने को मजबूर होना पड़ा। खून और अन्य जांचों पर भी काफी पैसा खर्च हुआ। अस्पताल के डीन वाकोडे और बाल रोग विभाग के डॉक्टर ने जानबूझकर इलाज में लापरवाही की। इलाज के लिए कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं था। जिस वजह से मां और बच्चे की मौत हो गयी।
डीन पर लगाये गंभीर आरोप
शिकायत में कहा है कि अंजलि (मृतक महिला) को रात करीब 1 बजे नार्मल डिलीवरी हुई और उसने एक लड़की को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद डॉक्टरों और स्टाफ ने बताया कि अंजलि और उसका बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है। लेकिन सुबह अचानक अंजलि को बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होने लगी।