पुलिस अधिकारी ने बताया कि बच्ची के न मिलने पर परिजनों ने पुलिस से संपर्क किया और गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। इस बीच, चंद्रपुर शहर पहुंचने के बाद लड़की वहां राम नगर पुलिस स्टेशन गई और पुलिस को बताया कि उसका नागपुर से दो महिलाओं ने एक कार में अपहरण कर लिया था और उसे चंद्रपुर उठा लाई। नाबालिग ने पुलिस को यह भी बताया कि वह किसी तरह उनके चंगुल से बचने में सफल रही।
बच्ची की बात मानकर चंद्रपुर पुलिस ने नागपुर में उसके माता-पिता से संपर्क किया और बाद में उसे परिवार के हवाले कर दिया गया। इसके बाद नागपुर के नंदनवन पुलिस स्टेशन की टीम ने मामले की जांच शुरू की और सीसीटीवी कैमरों से फुटेज की जांच की, जिसमें उन्हें पता चला कि लड़की खुद चंद्रपुर की ओर गई थी।
बता दें कि पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में जब पुलिस ने लड़की को सीसीटीवी फुटेज दिखाया और उससे उसके नाटक का मकसद पूछा, तो उसने बताया कि अपनी मां द्वारा पढ़ाई के लिए लगातार कहने से परेशान होकर उसने ये नाटक किया था। नाबालिग ने बताया कि वह पढ़ाई को लेकर मां की डांट से परेशान हो गई थी। जिसकी वजह से उसने घर से भागने का निर्णय लिया और फिर अपहरण की झूठी कहानी बनाई।