इस बीच, 16 मार्च की सुबह क्षेत्र में गश्ती पोत आईएनएस सुभद्रा को तैनात किया गया। साथ ही उसी दिन दोपहर में सी-17 विमान से मरीन कमांडो (प्रहार) को एयर-ड्रॉप किया गया। इसके अतिरिक्त हेल आरपीए और पी8आई समुद्री टोही विमान की मदद से रुएन जहाज की निगरानी की जा रही थी।
नौसना के एक्शन के दौरान की तस्वीरें-
नौसना के एक्शन के दौरान की तस्वीरें-
17 लोगों को सुरक्षित बचाया
नौसेना के दबाव और कार्रवाई के डर से सोमालियाई लुटेरों को 16 मार्च को दोपहर में आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर होना पड़ा। सभी 35 सोमालियाई लुटेरों को नौसेना ने हिरासत में ले लिया। एमवी रुएन पर मौजूद सभी 17 चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया गया। तलाशी के दौरान जहाज पर नौसेना के कमांडो को हथियारों, गोला-बारूद और प्रतिबंधित पदार्थ मिले।
1 मिलियन डॉलर का माल छुड़ाया
एमवी रुएन पर लगभग 37800 टन माल लदा है, जिसकी कीमत लगभग एक मिलियन डॉलर बताई जा रही है। इस जहाज को सुरक्षित रूप से भारत लाया गया है। साथ ही 35 समुद्री लुटेरों को लेकर वॉरशिप आईएनएस कोलकाता शनिवार सुबह मुंबई पहुंची।