जानकारी के मुताबिक, बीएमसी के ‘एम पश्चिम’ वार्ड में जीका का एक मरीज मिला है। हालांकि, मरीज की हालत स्थिर है और उसका इलाज किया जा रहा है। चेंबूर के जिस क्षेत्र में मरीज मिला है वहां के लोगों की मेडिकल जांच की जा रही है।
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रिपोर्ट्स में जीका वायरस की पुष्टि होने के बाद मरीज को तुरंत बीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया। संक्रमित की हालत अब स्थिर बताई जा रही है। पता चला है कि पीड़ित बुजुर्ग के परिवार के कुछ लोग हाल ही में विदेश से लौटे हैं। इसलिए उन सभी की मेडिकल जांच की जा रही है। साथ ही जिस सोसायटी में संक्रमित बुजुर्ग रहता है, उस सोसायटी और आसपास की सोसायटी के नागरिकों की भी मेडिकल जांच की गई है। अधिकारियों ने बताया कि अभी तक किसी और में जीका वायरस नहीं पाया गया है। बता दें कि महाराष्ट्र में जीका का पहला मामला जुलाई 2021 में पुणे जिले के पुरंदर तालुका के बेलसर से सामने आया था। तब 50 साल की महिला संक्रमित मिली थी।
जीका के लक्षण क्या है?
जीका एक हल्की बीमारी है जो एडीज एजिप्टी मच्छर के कारण होती है। एडीज मच्छर के काटने से जीका वायरस इंसान के शरीर में प्रवेश करता है। इस बीमारी के 80 प्रतिशत मरीजों में कोई लक्षण नहीं होते हैं। जबकि अन्य संक्रमितों में बुखार, जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, लाल आँखें, उल्टी, शरीर पर लाल चिकत्ते पड़ना जैसे लक्षण दिखते है।
क्या है जीका का इलाज?
जीका की कोई वैक्सीन या कोई इलाज नहीं है। जीका वायरस संक्रामक नहीं है। एक मच्छर जिसने जीका वायरस से पीड़ित किसी व्यक्ति को काटा है, यदि वह किसी अन्य व्यक्ति को काटता है तो वह भी जीका से संक्रमित हो सकता है। मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि समस्याओं वाले लोगों को अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है। कहीं यात्रा से आने के बाद दो दिनों तक बुखार बना रहे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
जीका के लक्षण क्या है?
जीका एक हल्की बीमारी है जो एडीज एजिप्टी मच्छर के कारण होती है। एडीज मच्छर के काटने से जीका वायरस इंसान के शरीर में प्रवेश करता है। इस बीमारी के 80 प्रतिशत मरीजों में कोई लक्षण नहीं होते हैं। जबकि अन्य संक्रमितों में बुखार, जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, लाल आँखें, उल्टी, शरीर पर लाल चिकत्ते पड़ना जैसे लक्षण दिखते है।
क्या है जीका का इलाज?
जीका की कोई वैक्सीन या कोई इलाज नहीं है। जीका वायरस संक्रामक नहीं है। एक मच्छर जिसने जीका वायरस से पीड़ित किसी व्यक्ति को काटा है, यदि वह किसी अन्य व्यक्ति को काटता है तो वह भी जीका से संक्रमित हो सकता है। मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि समस्याओं वाले लोगों को अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है। कहीं यात्रा से आने के बाद दो दिनों तक बुखार बना रहे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।