819 से अधिक कॉलेजों को डिजिटल पेपर डिलीवरी…
विदित हो कि पिछले कुछ वर्षों से मुंबई यूनिवर्सिटी ने विभिन्न वोश्वविद्यालयों में प्रौद्योगिकी का उपयोग करना शुरू कर दिया है और बड़ी सफलता के परिणामस्वरूप यूनिवर्सिटी को पुरस्कार मिला है। बता दें कि ओएसएम के साथ मुंबई विश्वविद्यालय 819 से अधिक कॉलेजों को डिजिटल पेपर डिलीवरी के माध्यम से सभी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र भेजता है। इससे कागजात, छपाई की लागत और समय बचता है। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर प्रश्न पत्र पर कॉलेज का नाम छपा होता है। इसके अलावा मुंबई यूनिवर्सिटी ऑनलाइन पुनर्मूल्यांकन, ऑनलाइन पीएचडी प्रवेश परीक्षा, ऑनलाइन परीक्षा आवेदन, ऑनलाइन प्रवेश, ऑनलाइन संबद्धता जैसी कई तकनीकी सुविधाएं प्रदान कर रहा है। इन्हीं कारणों से मुंबई यूनिवर्सिटी को यह अवार्ड मिला है।
विदित हो कि पिछले कुछ वर्षों से मुंबई यूनिवर्सिटी ने विभिन्न वोश्वविद्यालयों में प्रौद्योगिकी का उपयोग करना शुरू कर दिया है और बड़ी सफलता के परिणामस्वरूप यूनिवर्सिटी को पुरस्कार मिला है। बता दें कि ओएसएम के साथ मुंबई विश्वविद्यालय 819 से अधिक कॉलेजों को डिजिटल पेपर डिलीवरी के माध्यम से सभी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र भेजता है। इससे कागजात, छपाई की लागत और समय बचता है। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर प्रश्न पत्र पर कॉलेज का नाम छपा होता है। इसके अलावा मुंबई यूनिवर्सिटी ऑनलाइन पुनर्मूल्यांकन, ऑनलाइन पीएचडी प्रवेश परीक्षा, ऑनलाइन परीक्षा आवेदन, ऑनलाइन प्रवेश, ऑनलाइन संबद्धता जैसी कई तकनीकी सुविधाएं प्रदान कर रहा है। इन्हीं कारणों से मुंबई यूनिवर्सिटी को यह अवार्ड मिला है।
भविष्य में मिलेंगी कई सुविधाएं…
प्रौद्योगिकी के समुचित उपयोग के माध्यम से छात्रों, शिक्षकों और कॉलेजों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराना और प्रौद्योगिकी की सहायता से प्रशासन को संगठित करना है। साथ ही भविष्य में तकनीक की मदद से कई सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
– डॉ. सुहास पेडणेकर, कुलपति, मुंबई यूनिवर्सिटी
प्रौद्योगिकी के समुचित उपयोग के माध्यम से छात्रों, शिक्षकों और कॉलेजों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराना और प्रौद्योगिकी की सहायता से प्रशासन को संगठित करना है। साथ ही भविष्य में तकनीक की मदद से कई सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
– डॉ. सुहास पेडणेकर, कुलपति, मुंबई यूनिवर्सिटी