नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने का प्रस्ताव सीएसएमटी स्टेशन (CSMT Station) से किया गया है। इन ट्रेनों का निर्माण चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (Integral Coach Factory Chennai) में किया जा रहा है। वंदे भारत ट्रेनों को घाट पर ट्रायल उद्घाटन की तारीख से कुछ दिन पहले मुंबई लाया जायेगा। यह योजना जोनल रेलवे द्वारा प्रस्तावित किया गया है, हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि होना अभी बाकी है।
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बताया जा रहा है कि सीएसएमटी-शिर्डी वंदे भारत एक्सप्रेस (CSMT-Shirdi Vande Bharat Express) के शुरू होने से मौजूदा सीएसएमटी-शिरडी सुपरफास्ट ट्रेन (CSMT-Shirdi Superfast) की तुलना में केवल पांच से सात मिनट का समय बचेगा. वहीं सीएसएमटी-सोलापुर वंदे भारत एक्सप्रेस (CSMT-Solapur Vande Bharat Express) के चलने से मौजूदा ट्रेनों की तुलना में यात्रा का समय एक घंटे से ज्यादा घटेगा। वर्तमान में मुंबई से एक वंदे ट्रेन का संचालन हो रहा है, जो मुंबई-गांधीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस (Mumbai-Gandhinagar Vande Bharat Express) है। इसे गुजरात की राजधानी गांधीनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) द्वारा हरी झंडी दिखाया गया था और आम जनता के लिए 1 अक्टूबर से शुरू किया गया था।
बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस को 200 किमी/घंटा की अधिकतम गति से चलने के लिए डिज़ाइन किया गया है, लेकिन जिन पटरियों पर वर्तमान में यह ट्रेन चलाई जा रही है, उनकी क्षमता इतनी नहीं होने की वजह से वंदे भारत को अधिकतम 130 किमी/घंटा की रफ्तार से चलाया जा रहा है। हालांकि ट्रायल के दौरान वन्दे भारत ने 180 किमी/घंटा की रिकॉर्ड गति हासिल की थी। वंदे भारत एक्सप्रेस भारत में चलने वाली सबसे तेज ट्रेनों में से एक है।
सेमी-हाई-स्पीड वंदे भारत ट्रेन अपनी तरह का पहला स्व-चालित ट्रेन है। इसमें ऑटोमेटिक दरवाजे और एसी चेयर कार कोच हैं, जिसमें लगी कुर्सियां 180 डिग्री तक घूम सकती हैं। भारतीय रेलवे (Indian Railways) देश के प्रमुख रूटों पर 2023 के अंत तक 75 वंदे भारत ट्रेनों को चलाने की योजना पर काम कर रही है।