पुलिस के अनुसार, इससे आहत होकर किशोर ने कथित तौर पर 6 अप्रैल को अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। बेटे की मौत की खबर पाकर पंकज के पिता रामराज जैसवार पुणे से मुंबई आए। लेकिन बेटे के शव को देखने के बाद रामराज को शक हुआ।
पेशे से टैक्सी ड्राइवर रामराज ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि इलाके में पूछताछ करने पर उसे पता चला कि एक किराने की दुकान के मालिक और उसके कर्मचारियों ने पंकज का सिर मुंडवाया था और उसे निर्वस्त्र कर घुमाया था। दरअसल मृतक उसी किराने की दुकान पर काम करता था। आरोप है कि जब उसने बार बार अपना बकाया पगार मांग तो उसे प्रताड़ित किया गया।
किशोर कुछ महीने पहले वाराणसी से मुंबई काम की तलाश में आया था और उसे एक किराने की दुकान पर 12,000 रुपये प्रति माह की नौकरी मिली थी। हालांकि छह महीने तक काम करने के बावजूद उसे पगार नहीं दिया गया। इसके उलट बार-बार पैसे की मांग करने पर पीड़ित को अपमानित व प्रताड़ित किया गया।
पुलिस ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और इस मामले में जल्द और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।