मुंबई के जुहू चौपाटी पर घूमने निकले पर्यटकों को पिछले कुछ समय से तट पर जेलीफिश देखने को मिल रही है। इससे पहले, बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने पर्यटकों से अपील की थी कि वे बारिश के मौसम में समुद्र में न जाएं, क्योंकि जेलीफिश पैरों और जूतों पर चिपक जाता है। लेकिन फिर भी बहुत से लोग समुद्र के पानी में जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें
खुशखबरी! महाराष्ट्र के सरकारी अस्पतालों में आज से होगा मुफ्त इलाज, सभी टेस्ट भी फ्री
रविवार को जुहू चौपाटी पर जेलीफिश के काटने के छह मामले सामने आये। बीएमसी (BMC) अधिकारी ने बताया कि समुद्र तट पर पानी के करीब टहलने के दौरान लोग जेलीफिश के डंक का शिकार हो गए। जेलीफिश के डंक मारने से मेहताब शेख (20), दीक्षाद मेहता (5), मोहम्मद मसूरी (4), मेटविश शेख (6), मोहम्मद राजुल्लाह (22) और आराथ्रीहा प्रमूह (25) घायल हो गए। सभी को कूपर अस्पताल ले जाया गया और इलाज के बाद उन्हें घर जाने दिया गया। मुंबई फायर ब्रिगेड के जुहू चौपाटी के वरिष्ठ लाइफगार्ड ने कहा, पिछले कुछ दिनों से जेलीफिश बड़ी संख्या में पाई जा रही हैं। रविवार को उसने कुछ लोगों को काट लिया। उन्हें तुरंत कूपर अस्पताल में भर्ती कराया गया। चौपाटी पर आने वाले लोगों को घोषणा कर लगातार सावधान किया जा रहा है। हालांकि चौपाटी पर शाम के बाद भी कई पर्यटक आते हैं और अंधेरे में उन्हें जेलीफिश नजर नहीं आता है। इसके कारण कई लोगों को जेलीफिश काट लेती है।
बता दें कि जेलीफिश वजन में बहुत हल्की होती हैं। इसके कारण हाईटाइड के कारण ये लहरों के साथ समुद्र तट पर आ जाते हैं। जेलीफिश को मछली नहीं माना जाता है। 2018 में गणेश चतुर्थी उत्सव के दौरान मूर्ति विसर्जन के लिए गिरगांव चौपाटी आये लोगों को जेलीफिश ने काटा था।