मुंबई पुलिस की मादक द्रव्य निरोधक सेल (एएनसी) ने अंतरराज्यीय मादक पदार्थ तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए 3.9 करोड़ रुपये मूल्य का 1820 किलोग्राम गांजा भी जब्त किया है। पुलिस ने कहा कि सरगना लक्ष्मीकांत प्रधान मुंबई के करीब बोइसर का रहने वाला है। वह तेलंगाना और आंध्र प्रदेश सहित पांच राज्यों में गांजा की खेती करने के साथ ही सप्लाई भी करता था। उसके अलावा चार अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है।
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डीसीपी (एएनसी) प्रकाश जाधव ने कहा कि लक्ष्मीकांत प्रधान ने मुंबई के एक प्रतिष्ठित संस्थान में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। वह पिछले तीन सालों से आदिवासियों की मदद से ओडिशा और आंध्र प्रदेश की सीमा से लगे सुदूर जंगलों में गांजा उगा रहा था। मुंबई पुलिस की टीम ने प्रधान की तलाश तब और तेज कर दी जब एएनसी की वर्ली यूनिट ने शहर के विक्रोली इलाके में 1,800 किलो गांजा ले जा रहे एक टेम्पो को पकड़ा। गांजा की खेप के साथ आकाश यादव और दिनेश सरोज को गिरफ्तार किया गया। दोनों से पूछताछ के बाद रैकेट में शामिल प्रधान और दो अन्य की गिरफ्तारी हुई।
अधिकारी ने बताया कि प्रधान पिछले तीन साल से नशे के कारोबार में सक्रिय है। उसके खिलाफ मुंबई, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में कम से कम पांच ड्रग्स से जुड़े मामले दर्ज है। काफी समय से अलग-अलग शहरों की पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। फ़िलहाल पुलिस आरोपियों से कड़ी पूछताछ कर ड्रग नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों का पता लगा रही है।
पुलिस ने बताया कि प्रधान पिछले तीन साल से नशे के कारोबार में सक्रीय था। उसके खिलाफ मुंबई, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में नशीली ड्रग्स से संबंधित कम से कम पांच मामले दर्ज हैं। अलग-अलग शहरों की पुलिस काफी समय से उसकी तलाश कर रही थी। फिलहाल पुलिस आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ कर ड्रग्स नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।