पनवेल तालुका पुलिस ने 42 साल के एक व्यक्ति की हत्या करने के आरोप में 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जिसने अपने दोस्त को शादी के लिए लड़की ढूंढने के लिए 40 हजार रुपए उधार दिए थे और वह अपना पैसा वापस मांग रहा था।
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बता दें कि इस मामले में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रवींद्र दौंड़कर ने कहा है कि मृतक शख्स के बारे में कोई सुराग नहीं था और गांव के अंदरूनी हिस्सों में होने की वजह से यहां सीसीटीवी भी नहीं थे। हमने सड़क पर लगे सीसीटीवी के फुटेज की जांच शुरू कर दी, जिससे घटनास्थल पर पहुंच सके। पुलिस ने पिछले कुछ दिनों के 15 अलग-अलग इलाकों के फुटेज की जांच की। सहायक पुलिस निरीक्षक संजय गाल्वे और उनकी टीम ने चार दिनों के सीसीटीवी फुटेज की निगरानी की और आखिर में उन्हें एक सुराग मिला। दूसरी तरफ पुलिस उपायुक्त (जोन II) शिवराज पाटिल ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में एक स्कूटी पर चार शख्स 25 जुलाई को एक दुकान में जाते हुए दिखाई दिए थे। चार में से एक ने वही पोशाक पहन रखी थी जो शव के पास मिला। उस व्यक्ति को दुकान में पेटीएम भुगतान करते देखा गया था। पुलिस ने पेटीएम डिटेल का उपयोग करके उसका नाम और पता पाया था। मृतक की पहचान प्रवीण सुरेश शेलार के रूप में हुई है, जो घर से डाटा एंट्री ऑपरेटर का काम करता था।
जब पुलिस की टीम ने उसरली गांव में मृतक के घर का पता लगाया, तो उन्हें पता चला कि सुरेश शेलार की मां और भाई मानसिक रूप से विक्षिप्त है, जिन्हें शेलार के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। आगे की जांच से पता लगा कि शेलार का नरेश बेटकर नाम का एक दोस्त था, जिससे पूछताछ की गई और उसने खुलासा किया कि उसने और उसके दो दोस्तों ने शेलार की हत्या की है।
नरेश बेटकर बेटकर ने बताया कि शेलार की शादी नहीं हुई था और उसके लिए एक लड़की खोजने के लिए शेलार ने बेटकर को 40 हजार रुपये दिए थे। इस दौरान उसे कोई नहीं मिला, जिसके बा शेलार ने पैसे मांगना शुरू कर दिया। पैसे देने से बचने के लिए और धोखे से उसकी मां की अंगूठे का निशान लेकर उसका घर हड़पने के लिए, बेटकर और उसके दोस्त शेलार को जंगल में ले गए और उसे शराब पिलाई। शराब पिलाने के बाडी शेलार का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद आरोपियों ने पेट्रोल डाला और उसका चेहरा जला दिया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी बेटकर एक मजदूर ठेकेदार है, अन्य दो आरोपी दिलीप प्रेमराज शुक्ला (34) और अमन सिंह दयाशंकर सिंह (25) उसके साथ काम करते थे। प्रेमराज और अमन को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया और तीनों आरोपियों को 12 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।