बता दें कि हरिश्चंद्र भरुका मार्च 2022 में कंसाई नेरोलैक पेंट्स से रिटायर्ड हुए। हरिश्चंद्र भरुका से कहा गया कि अय्यर एक शेयर ब्रोकर था और उसने यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस लिमिटेड के पास नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के शेयर बेचने की बात कही थी। अय्यर ने उसे बताया कि वह 6 लाख शेयर 841.36 प्रति शेयर पर बेचना चाहता है।
बता दें कि हरिश्चंद्र भरुका ने अय्यर को बताया कि वह शेयर खरीदने में बिल्कुल रुचि नहीं है। इसके बाद अय्यर ने भरुका के मन में लालच पैदा किया और अन्य लोगों द्वारा किए गए लाभ को दिखाया और उससे यह भी कहा कि वह शेयरों को सस्ती दर पर देगा ताकि उसे अधिक फायदा मिल सकें। इसके बाद भरुका मान गया और शुरुआत में 44 लाख का निवेश किया। इसके बाद में भरुका की पत्नी पार्वती ने भी 16.5 लाख रुपए और इनवेस्ट किए। पुलिस अधिकारी ने कहा कि दंपति ने अय्यर की पत्नी सावित्री के बैंक खाते में रकम ट्रांसफर कर दी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पार्टियों के बीच शेयरों की खरीद के संबंध में एक डील हुई थी, जिसे नवंबर 2019 और जून 2020 के बीच कार्यान्वयन किया गया था। बाद में जब भरुका ने खरीदे गए शेयरों के लिए कहा, तो उन्हें अय्यर से सही जवाब नहीं मिला। जब भरूका ने अपने पैसे वापस मांगना शुरू किया, तो अय्यर ने उसकी पत्नी पार्वती को 1.5 लाख रुपये लौटा दिए। इसके बाद अय्यर तक पहुंचने के उनकी हर कोशिश नाकामयाब रही, क्योंकि उनके दोनों मोबाइल फोन बंद हो गए थे। लास्ट में भरुका ने पुलिस को इस घटना के बारे में बताया। भरुका को नहीं पता था कि अय्यर कहां रहता है।
पुलिस अधिकारी ने आगे कहा कि हमने रामकृष्ण अय्यर और उनकी पत्नी सावित्री के खिलाफ धोखाधड़ी के लिए धारा 420, आपराधिक विश्वासघात के लिए 406 और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के सामान्य इरादे के लिए 34 के तहत केस दर्ज कर लिया है। रामकृष्ण अय्यर और उनकी पत्नी ने ऐसे ही कई लोगों को धोखा दिया है। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।