लोकल ट्रेन चालक (मोटरमैन) मुरलीधर शर्मा ने लाल सिग्नल को पार किया था, इसलिए रेलवे ने उनके खिलाफ जांच शुरू की थी। कथित तौर पर इस तनाव के चलते शर्मा ने आत्महत्या कर ली। एक अधिकारी ने बताया कि कल्याण में मोटरमैन शर्मा के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में अन्य मोटरमैन शामिल हुए। इसके चलते 88 लोकल ट्रेनें सहित लगभग 147 ट्रेनें रद्द कर दी गईं। हालांकि देर रात लोकल ट्रेनों का यातायात सामान्य हो गया।
अधिकारी के मुताबिक, कई मोटरमैन अपने सहयोगी मुरलीधर शर्मा के अंतिम संस्कार में शामिल होने कल्याण गए थे। शर्मा की शुक्रवार को भायखला और सैंडहर्स्ट रोड स्टेशन के बीच पटरी पार करते समय मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि शर्मा का अंतिम संस्कार दोपहर को होना था लेकिन यह शाम पांच बजे हुआ।
क्या है मामला?
मोटरमैन मुरलीधर शर्मा ने शुक्रवार को प्रगति एक्सप्रेस के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद शनिवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाना था। हालांकि, परिजनों के आने में देरी के कारण देर शाम मोटरमैन के शव का अंतिम संस्कार किया गया।
रेलवे कर्मचारी यूनियन का दावा है कि मोटरमैन मुरलीधर शर्मा की मौत कोई हादसा नहीं, बल्कि कार्रवाई के डर से की गई आत्महत्या है। क्योकि लाल सिग्नल पार करने के कुछ ही समय बाद मोटरमैन की ट्रेन से कटकर मौत हो गई।
इस बीच, शाम के वक्त पीक आवर्स में उपनगरीय ट्रेन सेवाओं में देरी के कारण बड़ी संख्या में यात्री रेलवे स्टेशन पर फंसे रहे। अचानक लोकल ट्रेनों के रद्द होने से स्टेशनों पर हजारों यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी। कई लोगों ने अपनी जान जोखिम में डालकर खचाखच भरी ट्रेनों में सफर किया।