पश्चिम रेलवे के अनुसार, यात्रियों के लिए टिकट बुक करने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए रेलवे ने दूरी प्रतिबंध को संशोधित किया है। जियो-फेंसिंग प्रतिबंध की बाहरी सीमा को समाप्त कर दिया है। यानी अब यूजर अपने मोबाइल से यूटीएस ऐप के जरिये घर बैठे ही किसी भी स्थान से किसी भी गंतव्य के लिए टिकट बुक कर सकता हैं। हालाँकि, यात्रियों को टिकट बुक करने के एक घंटे के भीतर लोकल ट्रेन तथा गैर-उपनगरीय ट्रेनों के मामले में तीन घंटे के भीतर ट्रेन पकड़नी होगी। नहीं तो टिकट अवैध माना जाएगा।
क्या है UTS?
यूटीएस ऑन मोबाइल ऐप शुरू करने का मुख्य उद्देश्य डिजिटल टिकटिंग मोड को प्रोत्साहित करना, सेल्फ टिकटिंग को बढ़ावा देना है। यूटीएस ऐप की मदद से यात्री बिना लाइन में लगे अपना टिकट निकाल सकते है। वो भी बिना कोई अतिरिक्त शुल्क दिए। हालांकि यूटीएस ऐप केवल अनारक्षित टिकट बुक करने के लिए है। इसमें प्लेटफॉर्म टिकट और मासिक पास जैसी कई सुविधाएं है।
यह ऐप रेलवे के गैर-उपनगरीय और उपनगरीय खंड पर काम करता है। टिकट प्राप्त करने का यह तरीका रेल यात्रियों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है।
रिचार्ज पर मिलता है बोनस
यूटीएस ऑन मोबाइल ऐप का उपयोग करने का एक और फायदा यह है कि यात्रियों को हर आर-वॉलेट (रेलवे वॉलेट) रिचार्ज पर 3% का बोनस मिलता है। यूटीएस ऐप तीन ‘सी’ संपर्क रहित टिकटिंग, कैशलेस लेनदेन और टिकट बुक करते समय ग्राहक सुविधा और अनुभव को बढ़ावा देने के उद्देश्य से डिजिटलीकरण पहल का हिस्सा है।