टाउन हॉल मुंबई (Town Hall Mumbai)
मुंबई टाउन हॉल को एशियाटिक सोसाइटी के रूप में जाना जाता है, यह महाराष्ट्र राज्य में पुस्तकालय निदेशालय का मुख्य कार्यालय है। इस इमारत का निर्माण 1833 में किया गया था और इसमें 15,000 दुर्लभ और मूल्यवान पुस्तकें हैं, जिनमें से कुछ 13वीं शताब्दी की हैं। इस भव्य इमारत को बॉम्बे इंजीनियर्स के कर्नल थॉमस काउपर द्वारा डिजाइन किया गया था। इमारत की स्थापत्य शैली नवशास्त्रीय वास्तुकला है जो अठारहवीं शताब्दी में अस्तित्व में आई। बताया जाता है कि 1811 में इसके निर्माण की योजना शुरू हुई, लेकिन बाद में धन की कमी के कारण शानदार संरचना का काम शुरू नहीं हो सका।
माउंट मैरी चर्च (Mount Mary’s Basilica)
माना जाता है कि मुंबई की सबसे पुरानी इमारतों में से एक माउंट मैरी के बेसिलिका (Basilica) का निर्माण 1570 के आसपास हुआ था। हालांकि चर्च को 1640 और 1760 में पुनर्निर्माण परियोजनाओं के साथ संवारा गया। बांद्रा में समुद्र तल से करीब 262 फीट ऊपर एक छोटी पहाड़ी पर स्थित, उपनगरों की रानी, माउंट मैरी चर्च मुंबई का सबसे सुंदर चर्च है।
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (Chhatrapati Shivaji Maharaj Terminus)
मुंबई के सबसे प्रतिष्ठित लैंडमार्क के रूप में जाना जाने वाला छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल (UNESCO World Heritage Site) है, जिसे वास्तुकार फ्रेडरिक विलियम स्टीवंस (Frederick William Stevens) द्वारा डिजाइन किया गया था। इसकी भव्य संरचना विक्टोरियन गॉथिक शैली (Victorian Gothic Style Architecture) की वास्तुकला से भरी हुई है और इसे पूरा होने में लगभग दस साल लगे
बृहन्मुंबई नगर निगम भवन (Brihanmumbai Municipal Corporation Building)
वास्तुकार फ्रेडरिक विलियम स्टीवंस (Frederick William Stevens) द्वारा डिजाइन की गई एक और इमारत बृहन्मुंबई नगर निगम का मुख्य कार्यालय है। संरचना में कई प्रतिष्ठित विशेषताएं जैसे कि इमारत के प्रवेश द्वार पर विनीशियन शेर (Venetian Lions), पंखों वाली अलंकारिक मूर्तियाँ, और कई पुरातन चित्र हैं।
हाजी अली दरगाह (Haji Ali Dargah)
मुंबई का हाजी अली दरगाह एक आलीशान और प्राचीन मस्जिद एवं दरगाह है। इसका निर्माण सन 1431 में सूफी संत सय्यद पीर हाजी अली शाह बुखारी (Pir Haji Ali Shah Bukhari) की स्मृति में बनाया गया था। इस संरचना में सफेद गुंबद और मीनारें हैं जो मुगल काल की वास्तुकला की याद दिलाती हैं, जो इसकी प्रमुख विशेषताएं भी हैं।