इस बीच, शहर में बिगड़ते वायु गुणवत्ता से निपटने के बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने सख्त नियमों और एक व्यापक कार्य योजना को लागू कर रही है। इसमें प्राथमिक ध्यान निर्माण स्थलों और सड़क की धूल से होने वाले प्रदूषण को कम करने पर है, जो शहर की बिगड़ती वायु गुणवत्ता का प्रमुख कारण बताया जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, बीएमसी ने औचक निरीक्षण के दौरान प्रदूषण नियंत्रण प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए पाए गए 28 निर्माण स्थलों को चेतावनी जारी की है।
बता दें कि एक्यूआई को 0 से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।
गौरतलब हो कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना है, जिसके कारण अगले दो दिनों तक राज्य के कई हिस्सों में बारिश की संभावना है। इस दौरान राज्य के कई हिस्सों में ओले भी पड़ेंगे।
उत्तर भारत से आने वाली शुष्क ठंडी हवाओं और अरब सागर से आने वाली वाष्प युक्त हवाओं ने महाराष्ट्र में बारिश जैसे हालत बनाए है। पिछले कुछ दिनों से राज्य के कई हिस्सों में बादल छाए हुए हैं। मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, राज्य में अगले दो दिनों तक ओलावृष्टि और गरज के साथ तेज हवा और बारिश की उम्मीद है। उसके बाद 30 दिसंबर से राज्य में एक बार फिर ठंडी जोर पकड़ेगी।