सदन के बाहर भाजपा के विधायकों ने शिवसेना के मुखपत्र दैनिक सामना में छपे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आश्वासन के खबरों का पोस्टर बनाकर प्रदर्शन कर रहे थे। उस पोस्टर में उद्धव ठाकरे के बड़े-बड़े बयान शामिल थे। जिसे लेकर शिवसेना विधायकों में काफी नाराजगी थी, वे इसका कड़ा विरोध कर रहे थे। इस गंभीर मुद्दे को देखते हुए विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ।
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इन दोनों के बीच हुई झड़प की वजह से विधानसभा में भी जमकर हंगामा हुआ और हंगामे के बीच ही सत्ता पक्ष ने दो विधेयक पास कराए। इसके बाद सदन की कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया। विधानसभा अध्यक्ष अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने ही सदन की गरिमा को ताक पर रखा, इन्हें समय पर सीख दी जाएगी।
इन दोनों के बीच हुई झड़प की वजह से विधानसभा में भी जमकर हंगामा हुआ और हंगामे के बीच ही सत्ता पक्ष ने दो विधेयक पास कराए। इसके बाद सदन की कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया। विधानसभा अध्यक्ष अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने ही सदन की गरिमा को ताक पर रखा, इन्हें समय पर सीख दी जाएगी।
संजय गायकवाड ने कहा कि विपक्ष का रवैया उचित नहीं है। सिर्फ हंगामा करना ही विपक्ष का एकमात्र मकसद नहीं होना चाहिए, सदन नहीं चलने देना भी एक शरारत है। उधर अभिमन्यु पवार ने कहा कि भाजपा के विधायक जो पोस्टर बैनर लेकर सरकार से न्याय की मांग कर रहे थे, उस बैनर को खींचकर फाडऩे का शिवसेना विधायक ने प्रयास किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने वादा किया था कि किसानों को न्याय दे देगी, लेकिन अब तक ऐसी कोई भी घोषणा नहीं की गई है, जिससे किसानों को राहत मिले।