मिली जानकारी के मुताबिक, नवंबर 1994 में हुई हत्याओं में कथित रूप से शामिल तीन लोगों में से एक राजकुमार चौहान को मुंबई एयरपोर्ट से तब गिरफ्तार किया गया, जब वह कतर से लौटा था। इस मामले में अन्य आरोपी दो भाई अनिल और सुनील सरोज फरार हैं।
बता दें कि अविराज कुराडे (Aviraj Kurade) ने हाल ही में गठित एमबीवीवी आयुक्तालय (MBVV Commissionerate) में क्राइम ब्रांच (यूनिट-I) के वरिष्ठ निरीक्षक के रूप में कार्यभार संभाला, तब उन्होंने सभी बड़े अनसुलझे मामलों की लिस्ट बनवाई थी।
तब कुल मिलाकर 11 मामले ऐसे मिले थे, जिनमें क्रूरता से अपराध को अंजाम दिया गया था। जिसमें जागरणीदेवी प्रजापति (27) और उनके चार बच्चों की हत्या का मामला भी शामिल था. इस केस में आरोपियों ने महिला के तीन महीने के बच्चे को भी नहीं बख्शा था। कुराडे ने बताया कि जागरणीदेवी के पति की भी 2006 में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।
पुलिस ने पाया कि मामले के सभी आरोपी उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जून 2021 में एक टीम यूपी भेजी गई थी। पुलिस टीम ने यूपी स्पेशल टास्क फोर्स की मदद से आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई थी।
तब पुलिस को पता चला कि आरोपी राजकुमार चौहान उर्फ कालिया कतर (Qatar) में है। बाद में उसके पासपोर्ट की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी करवाया। गुरुवार को चौहान जैसे ही मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा, उसे हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद एमबीवीवी पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
कुराडे ने कहा “एक बार आरोपियों में से एक ने जागरणीदेवी का हाथ पकड़ लिया था, जिसके कारण आरोपियों और महिला के परिवार के बीच झगड़ा हो गया था। बाद में एक और लड़ाई हुई, जिसके बाद आरोपी ने बदला लेने का फैसला किया। एक दिन जब जागरणीदेवी का पति घर से बाहर काम के लिए गया था, तो आरोपी आया और पांचों की हत्या कर दी।“ पुलिस आरोपी से पूछताछ कर अन्य दो आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है।