मिली जानकारी के मुताबिक, घोड़ा मालिकों ने सोमवार को विरोध मोर्चा का आयोजन भी किया। दो दिन पहले ही एक पांच वर्षीय घोड़ा इन पेवर ब्लॉकों पर फिसल गया और हृदय गति रुकने से उसकी मृत्यु हो गई। बताया जा रहा है कि घोड़ा अपने हैंडलर के साथ माथेरान से दस्तूरी नाका (Dasturi Naka) की ओर जा रहा था।
वेसाइड इन होटल (Wayside Inn Hotel) से कुछ मीटर की दूरी पर घोड़ा ढलान पर फिसल गया और सड़क पर लगी सुरक्षा दीवार से टकरा गया। हालांकि घोड़े पर सवार टूरिस्ट खुद को बचाने के लिए कूद गया, लेकिन घोड़े की मौके पर ही मौत हो गई। कर्जत (Karjat) के एक पशु चिकित्सक द्वारा मृतक घोड़े का पोस्टमॉर्टम किया गया।
पशु चिकित्सक ने बताया कि घोड़े की मौत हृदय गति रुकने की वजह से हो सकती है। उसके विसरा का नमूना परीक्षण के लिए फोरेंसिक लैब में भेजा गया है। माथेरान हिल स्टेशन नगर परिषद की मुख्य अधिकारी सुरेखा भानागे ने कहा, ‘सड़क का सभी काम निगरानी समिति की मंजूरी से किया गया है। वहीँ, स्थानीय लोगों का कहना है कि यह विरोध यहां ई-रिक्शा के शुरू होने में देरी करने और पर्यटकों को अनावश्यक असुविधा पैदा करने के लिए हो रहा है, उनका कहना है कि यह घोड़ा मालिकों की दबाव बनाने की रणनीति है।