Maharashtra: आरक्षण पर चौतरफा घिरी शिंदे सरकार! मराठा के बाद OBC समुदाय ने दी आंदोलन की चेतावनी
अनशन खत्म करने के लिए ये शर्त
जरांगे पाटिल ने यह भी कहा है कि उपवास तोड़ते समय मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्रियों, उदयराजे भोसले और संभाजीराजे भोसले को आना होगा। मैं एक महीने का समय दे रहा हूँ। लेकिन मैं धरना स्थल से नहीं हटूंगा। हमने मराठा आरक्षण के लिए 40 साल दिए हैं, अब एक महीना और देंगे। यदि मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, मंत्री, उदयराजे भोसले और संभाजीराजे भोसले मुझे लिखकर टाइम बाउंड के साथ मेरी मांग पूरी करने का वादा करें तो मैं अपना अनशन समाप्त कर दूंगा।
इसलिए सरकार को दिया समय
मनोज जरांगे ने कहा, “…जब तक हमे आरक्षण का प्रमाण नहीं मिल जाता हम रुकेंगे नहीं। सड़क जाम करने से आरक्षण नहीं मिलेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि आरक्षण की प्रक्रिया में समय लगेगा। इसलिए सरकार को एक महीने का समय दिया है। किसान आठ महीने तक दिल्ली में बैठे रहे.. इसलिए हम सरकार को एक महीने का समय देंगे। हमारी लड़ाई अब अंतिम चरण में है। हम भले ही सरकार को समय दे रहे हैं, लेकिन आंदोलन खत्म नहीं हुआ है।”
सीएम शिंदे ने दी प्रतिक्रिया
मराठा कार्यकर्ता (Maratha Activist) मनोज जरांगे की डिमांड पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, “मैं उनसे बात करूंगा और उन्हें जो भी कहना है उसे सुनूंगा। महाराष्ट्र आरक्षण को लेकर सरकार सकारात्मक है। सर्वदलीय बैठक बुलाकर सरकार ने उनसे मराठा आरक्षण पर सुझाव लिया। मैं उनसे बात करूंगा और उसके अनुसार निर्णय लिया जाएगा…।”