मराठा आंदोलन: जालना में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस का लाठीचार्ज, हवाई फायरिंग, पत्थरबाजी में कई घायल
मराठा प्रदर्शनकारी जलना के अंबड तालुक में अंतरावाली सराटी गांव में आरक्षण की मांग को लेकर कई दिनों से अनशन पर बैठे थे। 1 सितंबर को जालना पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और हवाई फायरिंग की। इस दौरान उग्र प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव भी किया, जिसमें कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। इस घटना के बाद राज्यभर में मराठा प्रदर्शनकारी आक्रामक हो गये।CM शिंदे ने दी प्रतिक्रिया
जालना की घटना के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, नवंबर 2014 में जब तत्कालीन सीएम देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में गठबंधन (युति) सरकार सत्ता में थी, तब सरकार ने मराठा आरक्षण की घोषणा की थी। बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी सरकार द्वारा लिए गए मराठा आरक्षण के फैसले को बरकरार रखा। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अलग फैसला सुनाया। हर कोई जानता है कि यह देरी किसी की लापरवाही के कारण है… मराठा आरक्षण का मामला फिलहाल कोर्ट में है। राज्य सरकार इस मामले को अदालत में लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है… कुछ कठिनाइयां हैं, और राज्य सरकार उन्हें हल करने की कोशिश कर रही है।